सांकेतिक तस्वीर।
ताइपे/बीजिंग। रूस-यूक्रेन जंग के बीच चीन की भी हरकतें क्षेत्र में तनाव बढ़ा रही है। बता दे कि शनिवार को यानि एक दिन पहले चीन के दो रूस निर्मित सुखोई फाइटर जेट ताइवान के एयर स्पेस में एक बार घुस गए थे। जहां दुश्मन के विमानों की मौजूदगी की रडार पर रिपोर्ट होते ही ताइवान की भी सेना अलर्ट हो गई और दुश्मन को काउंटर करने के उद्देश्य से अपने दो लड़ाकूं विमानों को फौरन हवा में उड़ाते हुए रेडियो पर भी अलर्ट जारी कर दिया।
जहां काउंटर करने की नीयत को भांपतें हुए चीन के फाइटर जेट बिना देर किये अपने वापस बेस लौट गए। बता दे कि चीनी फाइटर जेट को ट्रैक करने के लिए ताइवान ने अपने वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों की बहुत पहले ही तैनाती कर दी है। चूंकि चीन के लड़ाकूं विमानों की यह कोई पहली हरकत नहीं है,इसके पहले भी बहुत बार इस तरह की हरकतों को चीन की तरफ से अंजाम दिया जा चुका है।
उल्लेखनीय हैं कि चीन पहले से ही लगातार ताइवान पर हमला करने की धमकी देता रहा है। ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि अब चीनी हमले की आशंका बढ़ गई है। दरअसल,अभी हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें दावा किया गया था कि चीन पूरी तैयारी के साथ शंघाई तक अपनी थल सेना को पहुंचा दिया है यही नहीं दावें में यहां तक कहा गया था कि चीन के कई युध्दपोत और तमाम पनडुब्बी ताइवान के अगल बगल घूम रहे हैं। हालांकि ताइवान की पूरी मदद में अमेरिका सामने है,शायद यहीं वजह है कि चीन अभी तक रूका हुआ है। वहीं कुछ अन्य विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि रूस-यूक्रेन जंग का पूरी तरह से व
बीजिंग विश्लेषण में जुटा हुआ है।