स्पेशल रिपोर्ट

पाक महिला पत्रकार के साथ कैप्टन अमरिंदर के संबंधों का जांच दिया गया फिर आदेश हुआ वापस, यही वह महिला है जिनके चक्कर में पाक खुफिया ऐजेंसी के चीफ फैज हामिद खा चुके हैं गोली, बाल-बाल बचे थे फैज – चंद्रकांत मिश्र/सतीश उपाध्याय

चंडीगढ़। पंजाब की सियासत पर अरुसा आलम को लेकर बवाल मच गया है। शुक्रवार को पंजाब के गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंंधावा ने तो अरुणा आलम के पाकिस्तानी खुफिया ऐजेंसी से संबंधों की जांंच के आदेश दे दिए। उन्‍होंने इसकी जानकारी ट्वीट कर दी, लेकिन बाद में इस ट्वीट को डिलीट क‍र दिया और जांच के आदेश की बात से मुकर गए।

इस मुद्दे पर कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब के उपमुख्‍यमंत्री व गृहमंत्री रंधावा आमने-सामने आ गए। दोनों ने एक के बाद एक ट्वीट कर जुबानी हमला किया, लेकिन बाद में रंधावा जांच की बात से मुकर गए। सबसे पहले शुक्रवार दोपहर को रंधावा ने ट्वीट कहा, ‘अरूसा आलम के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के साथ कथित कनेक्शन की जांच के आदेश पंजाब के डीजीपी इकबाल प्रीत सहोता को दे दिए गए हैं।’ इस पर लोगों ने ट्विटर पर ही उन्हें घेर लिया और सवाल करने लगे कि उन्हें साढ़े चार साल बाद अब क्यों इसकी याद आई। थोड़ी देर बाद ही रंधावा ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।

इसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पलटवार करते हुए रंधावा, मौजूदा केंद्र सरकार और इससे पहले की यूपीए सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ अरूसा आलम की एक पुरानी फोटो भी शेयर कर दी। उन्होंने ट्वीट कर पूछा, ‘रंधावा किस पर अंगुली उठा रहे हैं। अरूसा 16 सालों से भारत आ रही हैं और इस दौरान केंद्र में कांग्रेस गठबंधन की सरकार भी थी। तब भी अरूसा केंद्र सरकार की अनुमति लेने के बाद आती थीं और उसके बाद भी केंद्र की इजाजत से ही आती रहीं हैं।’

बाद में गृहमंत्री रंधावा ने मीडिया को बताया, ‘मैंने किसी जांच के आदेश नहीं दिए। पत्रकारों ने मुझसे अरूसा के बारे में सवाल पूछा था, तो मैंने इतना ही कहा था कि इस मामले को देखेंगे। इस मामले की जांच करना तो रॉ का काम है।’ उन्होंने ट्वीट कर कहा, मैं सच्चा राष्टवादी हूं और आप बेहतर जानते हैं। आप कानून और व्यवस्था की स्थिति के बारे में चिंता न करें क्योंकि अब पुलिस लोगों की सुरक्षा कर रही है, चीकू और सीताफल नहीं।’

उल्लेखनीय हैं कि पाकिस्तानी पत्रकार और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की महिला मित्र अरुसा आलम को लेकर पंजाब की सियासत में पहले भी चर्चाएं होती रही हैं, लेकिन पिछले एक-दो दिन से यह मामला गरमा गया है। अरुसा के पाकिस्तानी खुफिय़ा एजेंसी के साथ कनेक्शन की जांच के आदेश डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने शुक्रवार को दिए। इसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह सहित उनकी टीम ने रंधावा पर पलटवार करते हुए केंद्र की तत्‍कालीन कांग्रेस गठबंधन वाली सरकार सहित केंद्र की मौजूदा सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

शुक्रवार को पूरे दिन अरुसा को लेकर सियासत होती रही। रंधावा ने ट्वीट कर जांच के आदेशों की जानकारी दी, लेकिन कुछ ही देर बाद ट्वीट डिलीट कर दिया। इसी बीच हाई कमान ने उन्हें दिल्ली तलब कर लिया। इससे कांग्रेसियों में भी खलबली है कि आखिर इसके क्या मायने हैं। रंधावा के एकाउंट से ट्वीट करके उसे डिलीट करने के बाद कैप्टन गुट ने पलटवार शुरू कर दिए हैं।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक अरुसा आलम 2006 में जालंधर में पंजाब प्रेस क्लब के उद्घाटन समारोह में तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिली थीं। वह जालंधर प्रेस क्लब के आमंत्रण पर आई थीं और इसके कुछ दिनों बाद ही कैप्टन और अरुसा की मित्रता को लेकर शिरोमणि अकाली दल ने कैप्टन को कटघरे में खड़ा किया था। तीन सालों तक उसी उद्घाटन समारोह की फोटो ही खबरों में छाई रही थीं, लेकिन कैप्टन ने अरुसा को लेकर शुरू से अपना स्टैंड क्लीयर रखा था। 2017 में भी सत्ता में आने के बाद कैप्टन पर विपक्ष ने अरुसा को लेकर सियासी वार किए थे, लेकिन कैप्टन अपने स्टैंड पर कायम रहे।

बताया जा रहा है कि कैप्टन अमरिंदर ने मुख्यमंत्री रहते हुए और इस पद से इस्तीफा देने के बाद भी पाकिस्तान की तरफ से लगातार ड्रोनों का इस्तेमाल करके भेजे जा रहे टिफिन बम और हथियारों से पंजाब की सुरक्षा को खतरा बताते हुए केंंद्र से लगातार मामले में दखल देने की मांग की थी। इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कई बार य़ह बात दोहराई थी कि पंजाब में अशांति फैलाने की कोशिशें की जा रही हैं। बार्डर स्टेट होने के कारण पंजाब की सुरक्षा उनका पहला मकसद है। इसे लेकर वह केन्द्र सरकार से भी मिले थे और पूरे मामले की जानकारी दी थी।

महिला पत्रकार अरूसा आलम के बारे में मिली एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार अरूसा मूलरूप से पाकिस्तानी नागरिक है और ये पाकिस्तान में बतौर डिफेंस जर्नलिस्ट के रूप में अपनी पहचान बनाई हुई है और इनका संबंध पाकिस्तान आर्मी के तमाम वरिष्ठ अधिकारियों से है, इसी क्रम में बीते कुछ समय पहले पाकिस्तानी खुफिया ऐजेंसी के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद के साथ अरूसा रंगरेलिया मनाते हुए फैज हामिद की पत्नी द्वारा रंगेहाथ पकड़ ली गयी थी,जिस पर आक्रोश में आकर फैज की पत्नी ने फैज पर गोली चला दी थी,जनरल फैज के इस घटना को वहां दबा दिया गया था लेकिन एक पाकिस्तानी पत्रकार ने इस घटना की रिपोर्ट सार्वजनिक कर दिया था।

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