एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

“बुचा नरसंहार” स्थल का दौरा करने के दौरान रो पड़े जेलेंसकी, इस भीषण नरसंहार से गुस्साए जर्मनी ने 40 रूसी डिप्लोमैट को किया बाहर – हेमंत सिंह/नित्यानंद दूबे

कीव/मॉस्को। रूस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग के दौरान रूसी सैनिकों द्वारा यूक्रेन के बुचा में की गई बर्बरतापूर्वक तरीके से नरसंहार का दुनियाभर में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि बुचा में चार सौ से अधिक नागरिकों के शव पाए गए और इन सभी लाशों को एक गड्ढे में दफना दिया गया। वहीं घटनास्थल के दौरे पर गए यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंसकी ने जब यह वीभत्स दृश्य देखा तो वे रो पड़े,उधर, बुचा नरसंहार के खिलाफ जर्मनी ने रूस पर एक्शन लेते हुए रूस के 40 राजनयिकों को अपने यहां से निकाल दिया है। जबकि इटली पहले ही 30 रूसी राजनयिकों को निकाल चुका है।

बता दें कि जर्मनी की यह कार्रवाई तब हुई जब यूक्रेन के बुचा में रूस की सेना द्वारा की गई बर्बरता सामने आ रही है। जिसके बाद जर्मनी ने अपने देश से 40 रूसी राजनयिकों को देश से बाहर कर दिया तो वहीं इसके पहले ही इटली ने भी 30 रूसियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। बताया जा रहा है कि शहर में करीब 410 नागरिकों के शव पाए गए। वहीं एक ऐसी तस्वीर भी सामने आई है जिसमें सेना की क्रूरता साफ दिखायी दे रही है। एक शख्स के दोनों हाथ बांधकर उसके सिर पर नजदीक से गाली मार दी गई। यूएस की एक कंपनी ने सैटलाइट तस्वीरें शेयर करके दावा किया है कि बड़ी संख्या में लाशों को दफनाने के लिए कीव के चर्च में 45 फीट लंबा गड्ढा खोदा गया।

इस घटना की रिपोर्ट सामने आने के बाद सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बुचा का दौरा किया था। जहां पर उन्होंने वीभत्स दृश्य देखने के बाद रो पड़े थे,फिर उन्होंने स्थानीय लोगों से बात की और कहा कि रूस ने यूक्रेन में युद्ध अपराध के साथ ही नरसंहार किया है। जेलेंस्की ने बुचा में उन रूसी हथियारों और टैंकों का भी जायजा लिया जिन्हें जंग के दौरान यूक्रेनी सेना ने तबाह कर दिया था।

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