खूंखार आतंकी हाफिज सईद (फाईल फोटो)
इस्लामाबाद। भारत सहित दुनिया के कई देशों का मोस्ट वांटेड खूंखार आतंकी जिसके उपर 10 मिलियन डॉलर का ईनाम भी है,जिसे आज पाकिस्तान की आतंकवाद रोधी अदालत ने 31 साल की सजा सुनाई है। बता दें कि हाफिज सईद को यह सजा दो आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के मामलों में दी गई है। इस दौरान अदालत ने लश्कर-ए-तैयबा के सरगना पर जुर्माना भी लगाया है। हाफिज सईद मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड भी है। इसके अलावा भी वह भारत में कई आतंकी वारदातों को अंजाम दे चुका है।
बताते चले कि हाफिज सईद को पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधी अदालत पहले भी जेल भेज चुकी है। 2020 में उसके खिलाफ कई टेरर फाइनेंसिंग मामलों में से एक में 15 साल से अधिक जेल की सजा सुनाई गई थी। हाफिज सईद संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित वैश्विक आतंकवादी है। सईद को 2008 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1267 के तहत वैश्विक आतंकवादियों की सूची में शामिल किया गया था। अमेरिका ने हाफिज सईद के सिर पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। इसके बावजूद वह पाकिस्तान में धड़ल्ले से घूमता रहता है।
गौरतलब है कि हाफिज सईद पाकिस्तानी आंतकवादी है इसका जन्म 4 जून 1950 को पाकिस्तान के पंजाब में हुआ था। हाफिज सईद ने पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा का गठन किया था और फिलहाल जमात उल दावा नाम के आतंकवादी संगठन का प्रमुख है। हाफिज सईद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवादी घोषित है हालांकि पाकिस्तान में यह खुलेआम घूमता है। इसे पाकिस्तानी सरकार और पाकिस्तान की सेना का पूरा समर्थन हासिल है।
बताया जाता है कि अप्रैल 2012 में अमेरिका ने हाफिज सईद के सिर पर 1 करोड़ डॉलर का ईनाम घोषित किया था। हाफिज सईद की 2008 में हुए मुंबई हमले में अहम भूमिका रही है। जहां इस आतंकवादी हमले में करीब 164 नागरिक मारे गए थे जिसमें 6 अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे। हाफिज सईद भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में टॉप पर शामिल है। हाफिज सईद का 2006 में मुंबई ट्रेन धमाके और 2001 में संसद पर हमले में भी हाथ है।
अमेरिका,भारत,यूके,ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय यूनियन हाफिज सईद के संगठन लश्कर ए तैयबा और जमात उल दावा पर 2008 से ही प्रतिबंध लगा चुके हैं। हाफिज सईद को पाकिस्तान सरकार कई बार गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन कुछ समय बाद ही रिहा कर देती है। पाकिस्तान सरकर और पाकिस्तानी सेना से हाफिज सईद को सभी सुविधाएं मिलती हैं।