रूस के विदेश मंत्री लावरोव (फाईल फोटो)
मॉस्को/कीव। रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 21 दिनों से जारी भीषण जंग संभवतः अब अपने अंतिम चरण में है, क्योंकि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के हवाले से एक बेहद अहम रिपोर्ट सामने आ रही है जिसमें बताया जा रहा है कि ने लावरोव ने बुधवार को संकेत दिया है कि यूक्रेन के साथ कुछ समझौतों पर सहमति बन रही है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन के ‘न्यूट्रल स्टेटस’ पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जा रहा है। बता दें कि लावरोव का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी कहा था कि अब रूस की ओर से ‘ज्यादा यथार्थवादी’ मांगे की जा रही हैं। उन्होंने इसपर भी स्पष्ट रूप से संकेत दे दिया है कि उनका देश नाटो में शामिल नहीं होने जा रहा है।
बताते चले कि रूस के विदेश मंत्री ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन के पास ऐसे हथियार नहीं होने चाहिए जिससे रूस को खतरा पैदा हो,उन्होंने आगे यह भी कहा कि यूक्रेन के पास ऐसे हथियार नहीं होने चाहिए जिससे रूस को खतरा हो,हम ऐसे हथियारों पर समन्वय करने के लिए तैयार हैं जो हमें खतरा नहीं पैदा करेंगे। इसी क्रम में उन्होंने आगे भी कहा कि यूक्रेन के साथ चल रही बातचीत कठिन है। लावरोव ने यह भी साफ किया कि कुछ अन्य मुद्दे हैं जो महत्वपूर्ण हैं। इसमें यूक्रेन में रूसी भाषा का प्रयोग और अभिव्यक्ति की आजादी भी शामिल है।
गौरतलब है कि इससे पहले जेलेंस्की ने भी कहा था, ‘हम वर्षों से सुन रहे हैं कि किस तरह से नाटो में शामिल होने के दरवाजे खुले हुए हैं लेकिन अब सुन रहे हैं कि हम प्रवेश नहीं कर सकते हैं। और यह सत्य है और इसे निश्चित रूप से स्वीकार करना होगा। मुझे इस बात की खुशी है कि हमारे लोग इसे समझना शुरू कर चुके हैं और खुद पर और उन भागीदारों पर भरोसा कर रहे हैं जो हमारी मदद कर रहे हैं।’
वहीं,इसी बीच ब्रिटिश ऐजेंसियों ने चेताया है कि रूस देश के अन्य हिस्सों से सेना को इकट्ठा कर रहा है। दरअसल,ब्रिटिश ऐजेंसियों द्वारा जो दावा सामने आया है उसके अनुसार कहा जा रहा है कि रूस अपने नुकसान की भरपाई के लिए अतिरिक्त सैनिक बुला रहा है ताकि हताहत सैनिकों की जगह पर उन्हें तैनात किया जा सके। संभवत: इसी वजह से रूस आक्रामक अभियान चलाने में संघर्ष कर रहा है। रूस इन सैनिकों की मदद से उन इलाकों पर अपनी पकड़ मजबूत करेगा जहां उसका कब्जा हो चुका है। उधर,यूक्रेन के मध्यस्थकार ने कहा है कि रूस के साथ जारी लड़ाई का शांतिपूर्ण हल निकालने के लिये उनका देश रूस के वार्ताकारों के साथ बातचीत जारी रखेगा। बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग बुधवार को भी जारी है।