
नई दिल्ली। दो दिन पहले पंजशीर घाटी में पाक एयरफोर्स द्वारा तालिबान की मदद में नार्दन आर्मी पर बड़ा हवाई हमला हुआ जिससे नार्दन एलायंश आर्मी का मिलीट्री आपरेशन काफी हद तक प्रभावित हुआ यहा तक कि नार्दन आर्मी के कई कमांडर भी हताहत हुए थे जिससे नार्दन आर्मी को थोड़े समय के लिए पीछे हटना पड़ा और शांति वार्ता के प्रस्ताव पर सहमति भी बनी फिर अचानक कल रात में नार्दन आर्मी की मदद में पंजशीर में तालिबानियों के कई ठिकानों पर अज्ञात फाइटर प्लेन द्वारा जबरदस्त हवाई हमला हुआ जिससे तालिबान का भारी जान माल का नुकसान हुआ इससे नार्दन आर्मी पूरे जोश में फिर से आ गई और फिर भीषण लड़ाई शुरू हो गई,अभी तक यह मालूम नहीं हो पाया है कि ये फाइटर प्लेन कहां से आये थे ? फिर भी यही अनुमान लगाया जा रहा है कि ये फाइटेर प्लेन अफगान एयरफोर्स के ही थे जो इस समय पड़ोसी मुल्कों में शरण ले रखे है ।
बताते चले कि बीते माह पूर्व जब अफगानिस्तान में अफगान आर्मी और तालिबान जंग में आमने-सामने थे तो उस समय अफगान आर्मी की एयरफोर्स ने बहुत ही अच्छी मदद की थी,यहां तक कि तालिबान के खिलाफ आर्मी और एयरफोर्स ने कई ज्वाइंट मिलीट्री आपरेशन भी किया जो कि काफी प्रभावी भी था,कई फ्रंट पर दुश्मन सरेंडर भी कर दिया था और कई वार-लोकेशन से दुश्मन भाग गया था,मतलब जब तक अफगान एयरफोर्स वार में शामिल रही दुश्मन के दांत खट्टे हो गए थे,जब आर्मी के हाथ से हालात बाहर होते गए और दुश्मन हावी होता गया यहां तक की एअरबेस की भी सुरक्षा मुश्किल में पड़ गई और चारों तरफ हाहाकार मचने लगा,और लोग देश छोड़ कर भागने लग गये इस भारी अफरा-तफरी में एयरफोर्स असहज सी हो गई, कमांड करने वालों को समझ में नही आ रहा था कि क्या निर्णय लिया जाए फिर ऐसे में एयरफोर्स के फाइटर पायलट अपने अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने कमांड वाले फाइटर जेट को लेकर पड़ोसी मुल्कों में शरण ले लिये,
फिलहाल इन फाइटर जेट की ठीक-ठीक संख्या नहीं पता चल पा रहा है और ये फाइटर जेट कितनी संख्या में किन-किन देशों में है यह कह पाना भी मुश्किल है,
लेकिन एक बात तय है कि जिस दिन ये फाइटर प्लेन अनुकूल परिस्थितियों में संतुलित होकर सुपर कमांडिग के लीडर शिप में मिलीट्री आपरेशन के लिए तैयार हुए तो तालिबान पर कहर जरूर ढायेंगें और इस बार पूरी ताकत से लड़ेंगें इसके पीछे बड़ी वजह भी है जब किसी योद्धा के दिल दिमाग में दुश्मन के प्रति आग हि आग भरी पड़ी हो तो दुश्मन कितना भी ताकतवर क्यों न हो, दुश्मन का परास्त होना तय होता है ।
इसलिए हालातों का विश्लेषण से यही प्रतीत हो रहा है कि आने वाले दिनों में अफगान एयरफोर्स बड़ी मुसीबत बनेगी
तालिबानियों के लिए ।
