फिदेल कास्त्रो (फाईल फोटो)
वाशिंगटन। जब दुनिया के कई देश शीत युद्ध का सामना कर रहे थे तब अमेरिका की खुफिया ऐजेंसी CIA अपने दुश्मनों को जान से मारने के साथ अन्य मोर्चों पर भी मात देने के लिए तरह-तरह के सीक्रेट ऑपरेशन लांच करती थी। इस दौरान यह अमेरिकी ऐजेंसी कहीं तालिबान,हक्कानी नेटवर्क जैसे खतरनाक आतंकी संगठनों को खड़ा करने में मशगूल थी तो कहीं राजनेताओं को मारने की घातक साजिशें रचने से बाज नहीं आती थी। बता दें कि अब हाल में ही एक बेहद चौंकानें वाली रिपोर्ट सामने आई है जिसमें खुलासा हुआ है कि क्यूबा के नेता फिदेल कास्त्रो को जान से मारने के लिए CIA ने कई सीक्रेट ऑपरेशन के जरिए करीब 600 बार कोशिश की मगर किस्मत फिदेल कास्त्रो के साथ थी और वह हर बार अमेरिका के इस ऐजेंसी के हमले से बचते रहे,और बदकिस्मती से CIA हर बार इस मिशन पर फेल होती रही।
बताते चले कि फिदेल कास्त्रो वर्ष 1959 से 2008 तक क्यूबा पर पूरे 50 साल तक शासन किया। क्यूबन सीक्रेट सर्विस के एक्स चीफ फैबियन एस्केलांटे के हवाले से एक चौंकानें वाला दावा किया गया है जिसमें कहा गया है कि उनके कार्यकाल के CIA ने करीब 638 बार उन्हें मारने की विफल कोशिश की,इस दौरान फिदेल को मारने के लिए घातक विस्फोटकों से भरे सिगार तक का इस्तेमाल किया गया था।
फिदेल कास्त्रो (फाईल फोटो)
इसके अलावा अन्य कई तरीकों से भी जैसे जहरीली आइसक्रीम से लेकर मांस खाने वाले वेटसूट तक को भी CIA ने अपने इस आॅपरेशन में इस्तेमाल किया लेकिन हर बार आॅपरेशन फेल रहा। बताया जाता है कि इस आॅपरेशन में अमेरिका के कई सहयोगी देशों ने भी पूरी ताकत के साथ अमेरिका की इस ऐजेंसी की मदद किये मगर किस्मत हर बार फिदेल की साथ देती रही। दरअसल,फिदेल कास्त्रो अमेरिका के कट्टर आलोचक और रूस के बेहद करीबी नेता थे।
क्यूबन सीक्रेट सर्विस के प्रमुख एस्केलांटे द्वारा लिखी गई बुक ‘एक्जीक्यूटिव एक्शन: 634 वेज़ टू किल कास्त्रो’ में फिदेल कास्त्रो की हत्या की कोशिशों को लेकर कई दावे किये गये हैं,जिसमें बताया गया है कि कास्त्रो की हत्या का पहला प्रयास तब किया गया था,जब उन्होंने क्रांति के जरिए क्यूबा में सत्ता परिवर्तन किया और पूरी बागडोर अपने हाथों में ले लिया,इस दौरान फिदेल कास्त्रो को उनके भाई राउल कास्त्रो और चे ग्वेरा के साथ मारने की CIA ने घातक साजिश रची थी।
एस्केलांटे के किताब के मुताबिक,अमेरिका के तत्कालीन कैनेडी प्रशासन ने 42 बार कास्त्रो को मारने की कोशिश की थी। वहीं वर्ष 1966 में,CIA ने न्यूयॉर्क के एक पुलिस अधिकारी से कास्त्रो को एक सिगार का एक पैकेट देने के लिए कहा,जो कि घातक विस्फोटकों से भरा हुआ था। जो कि बाद में कई गोपनीय दस्तावेजों से मालूम हुआ कि अमेरिकी ऐजेंसी ने कास्त्रो के पसंदीदा सिगार के एक डिब्बे में जहर लगाया था,लेकिन यह क्यूबा के नेता तक कभी पहुंचा हीं नहीं।
वहीं वर्ष 2000 में भी फिदेल कास्त्रो को एक बार फिर मारने की कोशिश की गई थी। उस दौरान वे मध्य अमेरिकी देश पनामा के दौरे पर गए हुए थे। कास्त्रो को मारने के लिए पोडियम पर बम लगाया गया था,लेकिन उनकी सुरक्षा टीम ने पहले ही इस खतरे को भांप लिया और उन्हें वहां से सुरक्षित बचाकर ले गए। नवंबर 2016 में 90 वर्ष की आयु में निधन होने तक कास्त्रो CIA के हमलों से बचते रहे।