सांकेतिक तस्वीर।
वॉशिंगटन। रूस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग के दौरान भारी तनाव का सामना कर रहे अमेरिका ने पूरी तैयारी होने के बावजूद भी अचानक आखिरी समय में अपना सबसे बेहद खतरनाक मिनटमैन-3 बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण रद्द कर दिया। बता दें कि इस परीक्षण का मूल उद्देश्य अमेरिका की परमाणु हमला करने की ताकत की जांच करना था। बताया जा रहा है कि इस मिसाइल का परीक्षण मार्च के शुरुआती हफ्ते में ही किया जाना था,लेकिन रूस के अपने परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रखने के बाद टाल दिया दिया गया था। जहां बाद में वॉशिंगटन की ओर से कहा गया कि इस समय यह महत्वपूर्ण था कि अमेरिका और रूस दोनों गलत अनुमान के जोखिम को ध्यान में रखें और उन्हें कम करने के लिए कदम उठाएं।
वहीं, इस घटनाक्रम में अमेरिकी वायु सेना की तरफ से यह दावा किया गया कि LGM-30G Minuteman III मिसाइल के परीक्षण को रद्द करने का निर्णय रूस के साथ जारी तनाव को देखते हुए लिया गया था। अब इस मिसाइल का अगला टेस्ट इस साल के अंत में निर्धारित किया गया है।
उधर,अमेरिका के आईसीबीएम फोर्स के टेस्ट शेड्यूल में बदलाव करने पर सीनेट सशस्त्र सेवा समिति के शीर्ष रिपब्लिकन अमेरिकी सीनेटर जिम इनहोफे ने मार्च में इस परीक्षण में हुई देरी पर निराशा व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार को यह सुनिश्चित करना जरूरी था कि देश का परमाणु निवारक बल प्रभावी बना रहे। दरअसल, परमाणु हमले के बाद की गई जवाबी कार्रवाई को निवारक श्रेणी में रखा जाता है।
बताते चले कि अमेरिकी सेना के रणनीतिक शस्त्रागार का यह महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह मिसाइल 9,660 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक हमला कर सकती है। इस दौरान इस मिसाइल की स्पीड 24,000 किमी प्रति घंटे तक होती है। इस कारण अमेरिका की मिनटमैन III बैलिस्टिक मिसाइल को किसी भी एयर डिफेंस के जरिए रोकना बहुत मुश्किल है। इस मिसाइल को जमीन में बने अंडरग्राउंड साइलो में रखा जाता है।
वहीं एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि दुनिया के चार देशों के पास हमले के लिए तैयार परमाणु हथियार हैं। इस सूची में 1800 एक्टिव परमाणु हथियारों के साथ अमेरिका टॉप पर है। दूसरे स्थान पर रूस है, जिसके पास एक्टिव परमाणु हथियारों की संख्या 1600 है। तीसरे स्थान पर फ्रांस और चौथे स्थान पर ब्रिटेन है। अमेरिका ने अपने परमाणु हथियारों को बैलिस्टिक मिसाइलों में लगाकर अलग-अलग तैनात किया हुआ है। अमेरिका के कुल परमाणु हथियारों की संख्या 5550 है,जिसमें से 3800 स्टॉकपीस में रखे गए हैं। जबकि 1750 ऐसे मिसाइलें हैं,जो अपनी उम्र पूरी करने के बाद निष्क्रिय पड़ी हुई हैं।