स्पेशल रिपोर्ट

अमेरिकी खुफिया ऐजेंसियों की रातों की नींद उड़ाने वाले खोजी पत्रकार अंसाजे को ब्रिटिश कोर्ट ने अमेरिका को प्रत्यर्पण करने का दिया आदेश, अंसाजे की मंगेतर ने किया साफ, फैसले के खिलाफ जारी रहेगी अपील – राजेंद्र दूबे (स्पेशल एडिटर)


जूलियन अंसाजे (फाईल फोटो)

लंदन। विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को ब्रिटेन के हाईकोर्ट ने अमेरिका को प्रत्यर्पित करने के लिए आदेश जारी कर दिया। शुक्रवार को अमेरिका के पक्ष में ब्रिटिश अदालत ने फैसला देते हुए साफ कर दिया कि आस्ट्रेलियाई नागरिक जूलियन असांजे को अमेरिका को प्रत्यर्पण किया जायेगा, इसके साथ ही ब्रिटिश अदालत ने अमेरिका से यह आश्वासन भी मांगा है कि वह उनके आत्महत्या करने का खतरा कम करें।

बताते चले कि लार्ड चीफ जस्टिस लार्ड बर्नट और लार्ड जस्टिस होलीरोड ने इस साल अक्टूबर में एक सुनवाई के दौरान दिसंबर के शुक्रवार को अपना फैसला असांजे के खिलाफ सुना दिया। वहीं इस फैसले से नाखुश असांजे की मंगेतर स्टेला मोरिस ने कहा कि वह इस फैसले के खिलाफ अपनी अपील जारी रखेंगीं, चूंकि इसी साल जनवरी में जिला जज विनेसा बैरिस्टर ने अपने फैसले में कहा था कि अगर असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया तो उनकी जान को खतरा हो सकता है।

गौरतलब है कि विकीलिक्स खोजी वेबसाइट के संस्थापक जूलियन असांजे जो कि अमेरिकी खुफिया ऐजेंसियों की करतूतों से संबंधित कई रिपोर्ट्स सार्वजनिक करके अमेरिकी ऐजेंसियों की नींद उड़ा दिये थे,इस दौरान अंसाजे ने वर्ष 2010 से 2011 के बीच अमेरिकी ऐजेंसियों से संबंधित हजारों गुप्त और अति संवेदनशील सैन्य और राजनयिक दस्तावेजों को सार्वजनिक करके अमेरिका को अपना दुश्मन बना लिया था, जिस वजह से अमेरिका में इनके विरूद्ध अपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया, चूंकि ब्रिटेन में पिछले कई सालों से जेल में बंद है जिस वजह से अमेरिका कई सालों से अंसाजे की गिरफ्तारी के लिए कोशिश कर रहा था जो कि शुक्रवार को सफल हुआ।

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