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कीव/वॉशिंगटन। यूं तो रूस-यूक्रेन जंग में अमेरिका शुरुआत से यूक्रेन के साथ खड़ा है,जहां इस दौरान अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को तमाम सैन्य संसाधनों की सप्लाई लगातार पहुंचाई जा रही है। वहीं इस बीच एक और चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि यूक्रेन को लगातार अमेरिकी खुफिया एजेंसियां दुश्मन से जुड़ी हर इंटेलीजेंस इनपुट उपलब्ध करा रही है,जिससे यूक्रेन अपने तमाम काउंटर आॅपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दे रहा है।
दरअसल, अमेरिका जंग के दौरान रियल टाइम खुफिया जानकारी यूक्रेन के साथ शेयर कर रहा है, इससे यूक्रेनी सेना को काफी मदद मिल रही है। अमेरिका के एक सीनियर अफसर ने दावा किया कि US रूस की यूनिट के मूवमेंट के बारे में यूक्रेन को खुफिया जानकारी दे रहा है। जिससे यूक्रेन को रूसी जनरलों को टारगेट करने में बड़ी सफलता मिली है।
वहीं,यूक्रेन ने भी बड़ा दावा करते हुए साफ किया है कि उसने रूस के करीब 9 फ्रंट लाइन जनरल को मार गिराया है। इसके अलावा अमेरिका ने डोनबास क्षेत्र में रूस के बैटल प्लान के बारे में भी यूक्रेन को जानकारी दी थी। हालांकि, अधिकारियों ने यह जानकारी देने से मना कर दिया कि अमेरिका की मदद से कितने रूसी जनरल मारे गए ?
चूंकि इस लड़ाई में अमेरिका का पूरा फोकस रूसी सेना के मोबाइल हेडक्वार्टर की लोकेशन और अन्य जानकारी देने पर है। यूक्रेनी अधिकारी अमेरिका से मिल रही लोकेशन संबंधी जानकारी का इस्तेमाल कर रूसी अधिकारियों की उपस्थिति के बारे में जानकारी देते हैं। फिर यहां हमला कर इन रूसी जनरलों को मार देते हैं। इतना ही नहीं तमाम काउंटर अटैक को भी इसी इंटल इनपुट के आधार पर अंजाम दिया जा रहा है। लेकिन एक बात तो साफ-साफ दिख रही है कि इस जंग में यूक्रेन की तरफ से एक खास मिशन को इस उद्देश्य से अंजाम दिया जा रहा है जिसमें रूसी जनरल भी टारगेट हो रहे हैं,रूसी जनरलों का इस तरह से मारे जाना रूसी फौज के लिए बहुत बड़ी क्षति के रूप में है। और यूक्रेन की तरफ से इस आॅपरेशन को लगातार जारी रखा गया है।