नई दिल्ली। इजरायल की जेल से चकमा देकर भागे 6 कैदियों में से 4 कैदियों को इजरायली ऐजेंसियों ने पकड़ लिया है, जबकि,दो कैदी अभी भी बाहर हैं। ये छह कैदी इस हफ्ते जेल से भाग निकले थे। इजरायली मीडिया में इन चारों कैदियों के पकड़े जाने की जानकारी दी गई है। जिन कैदियों को पकड़ा गया है, उसमें 2000 के दशक की शुरुआत में दूसरे फलस्तीनी विद्रोह का एक आतंकी जकारिया जुबैदी शामिल है।
बताते चले कि इन दो कैदियों की गिरफ्तारी तब हुई है, जब इजरायली पुलिस ने कहा कि उन्होंने छह में से दो फलस्तीनियों को शुक्रवार को पकड़ा था। इन कैदियों के भागने के बाद इजरायल चौकन्ना हो गया था। वहीं, कैदियों के फिर से पकड़े जाने के तुरंत बाद ही फलस्तीनी मिलिशिया ने गाजा पट्टी से इजरायल की ओर रॉकेट दागे। इजरायली सेना ने कहा कि इन रॉकेटों को एयर डिफेंस सिस्टम ने गिरा दिया। हालांकि, फिलहाल किसी भी संगठन ने इन हमलों की अभी तक जिम्मेदारी नहीं ली है।
शुक्रवार की रात इजरायली पुलिस ने कहा कि पहले दो कैदियों को इजरायल के अरब बहुल शहर नासरत में पकड़ा गया था। कैदियों की पहचान महमूद अरादेह और याकूब कादरी के रूप में हुई। ये इस्लामिक जिहाद आतंकवादी समूह के सदस्य हैं, जो उम्रकैद की सजा काट रहे हैं।उन्होंने गिरफ्तारी के दौरान कोई विरोध नहीं दिखाया। इजरायली मीडिया के हवाले से कहा गया है कि एक नागरिक ने पुलिस को दो संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में सूचित किया। सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हुए एक वीडियो में दिखाया गया है कि इजरायली पुलिस एक व्यक्ति को एक पुलिस वाहन की पिछली सीट पर बैठा रही है और संदिग्ध से उसका नाम पूछ रही है।
गौरतलब है कि सोमवार को छह फलस्तीनी कैदी गिलबोओ जेल से भाग निकले।
इसके बाद इजरायली पुलिस ने वेस्ट बैंक और इजरायल में इन्हें पकड़ने के लिए सर्च आपरेशन चलाया गया था। फलस्तीनियों के लिए ये कैदी ‘हीरो’ की तरह दिखे। यही वजह रही कि वेस्ट बैंक में इन कैदियों के समर्थन में रैलियां निकाली गई थीं और इस दौरान इजरायली सैनिकों और फलस्तीनी प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई थी।