कीव/मॉस्को। रूस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग का आज 34वां दिन है। जहां अब तक यूक्रेन में भीषण तबाही का मंजर जारी है। इस दौरान रूसी रक्षा मंत्री ने नाटों को यूक्रेन की मदद करने को लेकर आगाह किया है और दावा भी किया है कि यूक्रेन की सैन्य क्षमताएं कम हुई हैं। वहीं मंगलवार को तुर्की के इस्तांबुल में आज रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता का चौथा दौर आयोजित हुआ जिसमें यूक्रेन ने अपनी कुछ शर्तों के साथ शांति प्रस्ताव पेश किया है। तो रूस ने भी कहा है कि वह कीव और चेर्नीहीव पर हमले कम करेगा और डोनबास की आजादी पर ध्यान लगाएगा। उधर,आज सुबह यूक्रेन के माइकोलाइव की एक प्रशासनिक इमारत पर हुए हमले में सात लोगों के मारे जाने की रिपोर्ट सामने आई है।
इसी कड़ी में अमेरिका के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने कहा है कि रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव से अपने बल को कुछ स्तर तक वापस बुलाना शुरू कर दिया है। वहीं, रूस ने कहा है कि कीव और चेर्नीहीव से सैनिकों को वापस बुलाने का मतलब युद्ध विराम नहीं है। उधर, ब्रिटेन ने भी कहा है कि उसने कीव के आस-पास रूसी बमबारी में कुछ कमी देखी है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि हम पुतिन और उनके शासन को लेकर फैसला उनके कार्यों के आधार पर लेंगे न कि उनकी बातों के आधार पर।
तो वहीं,नाटों ने छह और सात अप्रैल को होने वाले अपने शिखर सम्मेलन में यूक्रेन को भी आमंत्रित किया है। यह शिखर सम्मेलन ब्रसेल्स में आयोजित होगा। इसमें आमंत्रित किए गए अन्य गैर सदस्य देशों में जॉर्जिया, फिनलैंड, ऑस्ट्रेलिया, जापान, न्यूजीलैंड, जापान और कोरिया गणराज्य शामिल हैं।
उधर,रूस और यूक्रेन के बीच इस्तांबुल में आज चौथे दौर की वार्ता हुई। जहां रूस के प्रमुख वार्ताकार व्लादिमीर मेदिंस्की ने इसे लेकर कहा कि कीव के प्रस्ताव में यह शर्त भी रखी गई है कि यूक्रेन अगर यूरोपीय संघ (ईयू) से जुड़ता है तो रूस इसका विरोध नहीं करेगा।
बता दें कि रूस के साथ तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में वार्ता के दौरान यूक्रेन ने सुरक्षा गारंटी के बदले तटस्थ होने का प्रस्ताव रखा है। इसका मतलब है कि यूक्रेन सैन्य गठबंधनों में शामिल नहीं होगा या सैन्य बेस की मेजबानी भी नहीं करेगा। जानकारी के अनुसार प्रस्ताव में क्रीमिया की स्थिति पर 15 साल की परामर्श अवधि भी शामिल होगी। हालांकि, यूक्रेन ने कहा है कि यह बातें पूर्ण युद्धविराम की स्थिति में ही लागू हो सकती हैं।
तो वहीं इस घटनाक्रम में रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि हम यूक्रेन की राजधानी कीव और चेर्नीहीव के आस-पास अपनी सैन्य गतिविधियों को काफी कम करेंगे। रूस ने कहा कि ऐसा पारस्परिक विश्वास और शांति संझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए सही स्थितियों का निर्माण करने के लिए किया जा रहा है। इससे पहले रूस ने कहा था कि अब हम अपना ध्यान डोनबास क्षेत्र की आजादी पर केंद्रित करेंगे। दोनों देशों के बीच आज ही इस्तांबुल में शांति वार्ता का चौथा दौर हुआ है। बैठक में यूक्रेनी वार्ताकारों ने यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी के लिए अंतरराष्ट्रीय समझौते का आह्वान किया।
इधर,तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में चल रही यूक्रेन और रूस के बीच वार्ता समाप्त हो गई है। तुर्की में यूक्रेन के दूतावास ने यह जानकारी दी। दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता का यह चौथा दौर था जो करीब तीन घंटे चला। अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि यह वार्ता आज पूरी हो गई है या कल भी जारी रहेगी।
उधर,क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने उन खबरों को खारिज किया है जिनमें कहा जा रहा है रूस के अरबपति रोमन अब्रामोविच को इस महीने की शुरुआत में वार्ताओं के एक अनौपचारिक दौर के दौरान जहर दिया गया था। पेस्कोव ने कहा कि यह ‘सूचना युद्ध’ है। ये खबरें सही नहीं हैं।
वहीं इन सबके बीच यूक्रेन की ओर से दावा किया गया है कि, उसने दोनेस्क व लुहांस्क में पिछले 24 घंटों में सात रूसी मिसाइल हमलों को रोक दिया है। उनकी मिसाइलों को नेस्तनाबूद कर दिया गया है। इसके अलावा 12 टैंकों व 10 बख्तरबंद वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया है।
इस दौरान यूक्रेन की ओर से यह भी दावा किया गया है कि उसने रूसी हवाई हमलों का करारा जवाब दिया है। यूक्रेन ने रूस के आठ फाइटर प्लेनों, चार यूएवी और तीन हेलीकॉप्टरों को मार गिराने का दावा किया है।