
कराची ब्लास्ट को अंजाम देने वाली फिदाईन महिला “शैरी बलूच” साभार-(सोशल मीडिया)
कराची/इस्लामाबाद। पाकिस्तान के कराची में इसी महीने के बीते 26 अप्रैल को एक बलूच महिला ने एक आत्मघाती हमलें के दौरान तीन चीनी नागरिकों के साथ एक अन्य को भी बम विस्फोट के जरिये मार दी,हालांकि इस दौरान वह भी मारी गई। बता दें कि यह हमला तब हुआ जब एक वैन घटना स्थल से गुजर रही थी।

ब्लास्ट के बाद घटनास्थल पर मौजूद पाक पुलिसकर्मी साभार- (सोशल मीडिया)
बताते चले कि इस आत्मघाती हमलें के कुछ देर बाद हीं पाकिस्तान द्वारा प्रतिबंधित संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने इस हमले की जिम्मेदारी लेने के साथ हीं साथ चीन और पाकिस्तान को भी धमकाते हुए कहा कि इस तरह के हमले आगे भी होते रहेंगे। इसी बीच इस हमले को अंजाम देने वाली इस फिदाईन बलूच महिला की तस्वीर भी सामने आ गई।
बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी में हुए इस हमले को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) की यह पहली महिला फिदायी शैरी बलूच ने अंजाम दिया। घटनाक्रम के संबंध में BLA ने एक लिखित बयान में इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए बताया कि BLA की मजीद ब्रिगेड की यह पहली महिला फिदाईन “शैरी बलूच” है।
शैरी बलूच के बारें में बताया गया है कि वह इसी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली छात्रा थी जिसने चीनी नागरिकों को निशाना बनाने के लिए खुद को एक विस्फोट के जरिये उड़ा लिया। शैरी के बारे में यह भी दावा किया जा रहा है कि उसने जूलॉजी से एमएससी और फिर एमफिल किया था।
दरअसल,BLA का यह हमला पाकिस्तान में चीनी परियोजनाओं के खिलाफ बलूच विद्रोहियों के गुस्से को दिखाता है जो लंबे समय से चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का विरोध कर रहे हैं क्योंकि सीपीईसी का रूट बलूचिस्तान से होकर गुजरता है। बीएलए का कहना है कि चीन उनके संसाधनों की चोरी कर रहा है। इस वजह से वे चीनी नागरिकों और उनकी सुरक्षा करने वाले पाकिस्तानी सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं। इसीलिए चीनीयों के शोषण से तंग आकर शैरी बलूच भी इस विद्रोह का हिस्सा बनी। इसीलिए बीएलए ने अपने बयान कहा कि शैरी बलूच ने बलूच विद्रोह के इतिहास में नया अध्याय जोड़ा है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के कब्जा वाले बलूचिस्तान में जबसे चीन CPEC पर काम करना शुरू किया है तभी से बलूच लिबरेशन आर्मी के टारगेट पर यहां काम करने वाले चीनी मजदूरों के अलावा अन्य चीनी अधिकारी है। जो कि अक्सर बलूचों के विभिन्न हमलों में मारे जा रहे हैं,हालांकि चीन इन हमलों को कभी गंभीरता से नहीं लिया लेकिन कराची ब्लास्ट ने बीजिंग को हिलाकर रख दिया है,इसीलिए चीन भढ़का हुआ है और इस्लामाबाद को कड़ी कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।
