बलूच लिबरेशन आर्मी के सदस्य (सांकेतिक तस्वीर)
कराची/इस्लामाबाद। कराची विश्वविद्यालय के गेट पर BLA के एक “सुसाइड आॅपरेशन” में मारे गए तीन चीनी नागरिकों सहित कुल चार की मौत के बाद भढ़के बीजिंग को संतुष्ट करने की कोशिश में लगी पाकिस्तानी ऐजेंसियों ने इस घटना में शामिल एक संदिग्ध को राउंड-अप किया है। इस दौरान पाकिस्तानी ऐजेंसियों के अधिकारियों ने कबूला है कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के स्लीपर सेल में और भी महिला आत्मघाती हमलावरों की उपस्थिति से इंकार नहीं किया जा सकता है। फिलहाल,इस हमलें में शामिल एक संदिग्ध को पंजाब विश्वविद्यालय से डिटेन कर लिया गया है।
हमलावर शैरी बलूच साभार-(सोशल मीडिया)
बता दें कि इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए BLA ने चीन के साथ-साथ पाकिस्तान को भी धमकाया था। इसी बीच यह भी दावा किया गया कि इस हादसे को अंजाम देने वाली हमलावर शैरी बलूच नाम की एक महिला थी,जो दो छोटे बच्चों की उच्च शिक्षित मां थी। वह एक अच्छे परिवार से संबंधित थी और तुरबत,जो कि बलूचिस्तान में एक स्कूल शिक्षक के रूप में काम कर रही थी। वहीं सिंध पुलिस के आतंकवाद विरोधी विभाग ने इस हमलावर महिला की पहचान करते हुए बताया कि की यह वर्ष 1991 में तुरबत में पैदा हुई थी और बाद में अशांत बलूचिस्तान प्रांत के केच जिले में बस गई थी। आतंकवाद निरोधी विभाग के एक अन्य अधिकारी ने भी कहा कि प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई कि वह प्रतिबंधित मजीद ब्रिगेड का हिस्सा थी,जो बीएलए का एक हिस्सा है जिसने इन आत्मघाती हमलावरों का ब्रेनवॉश किया है।
इस दौरान पाक अधिकारियों ने यह भी कहा कि हम इस बात की संभावनाओं पर गौर कर रहे हैं कि मजीद ब्रिगेड का हिस्सा बनने और स्लीपर सेल में शामिल होने के लिए और भी महिला आत्मघाती हमलावरों का ब्रेनवॉश किया जा सकता है। अधिकारी ने पुष्टि की कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि शारी बलूच ने अकेले हमले को अंजाम नहीं दिया था और उसके हैंडलर्स ने इसमें मदद की है। इसमें वह महिला भी शामिल थी जो उससे विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार पर मिली थी। उसने शारी को कन्फ्यूशियस संस्थान के प्रवेश द्वार पर जाने से पहले उसे स्पष्ट रूप से जानकारी दी थी, जहां हमलावर ने चीनी शिक्षाविदों को ले जाने वाली कोस्टर वैन के आते ही विस्फोट कर दिया था।
इसी कड़ी में आगे भी कहा गया कि संदेह है कि यह हमला अंदरूनी सूचना के आधार पर किया गया था। बताते चले कि बुधवार को पंजाब पुलिस के काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट ने कराची यूनिवर्सिटी में हुए आत्मघाती हमले के सिलसिले में लाहौर की पंजाब यूनिवर्सिटी से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। सीटीडी के एक सूत्र ने गुरुवार को दावा किया कि पाक की खुफिया ऐजेंसियों ने लाहौर में सेलफोन के जरिए शैरी बलूच के संपर्क में रहने वाले एक संदिग्ध का पता लगाया और उसे पंजाब विश्वविद्यालय के एक छात्रावास में छापेमारी के दौरान गिरफ्तार कर लिया। संदिग्ध की पहचान इस्लामाबाद के न्यूमल में अंग्रेजी साहित्य के सातवें सेमेस्टर के छात्र बेबगर इमदाद के रूप में हुई है। वह उसी इलाके से ताल्लुक रखता है जहां की शैरी बलूच रहती थी। फिलहाल पाकिस्तानी ऐजेंसियां अभी भी कुछ साफ कहने की स्थिति में नहीं है,जांच जारी है। हालांकि इस आशंका को भी खारिज नहीं किया जा सकता कि बीजिंग को संतुष्ट करने के चक्कर में कहीं किसी निर्दोष को बलि का बकरा ना बना दिया जाये ? आखिर चीन इस्लामाबाद का माई बाप जो है।