एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

कुन्नूर हेलीकाप्टर दुर्घटना में मारे गए सैन्य अधिकारियों के पार्थिव शरीर को पहचानने में हो रही है मुश्किल, अत्यधिक जल जाने की वजह से हो रहा है ऐसा, DNA टेस्ट से पहचान होगी पूरी, तब परिजनों को सौंपें जायेंगें शव – अमरनाथ यादव (डिप्टी एडिटर)


CDS जनरल स्व.विपिन रावत (फाईल फोटो)

नई दिल्ली। कुन्नूर हेलीकाप्टर हादसे में एक बड़ी समस्या सामने आई है,सैन्य सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि हादसे में मारे गए वरिष्ठ अधिकारियों के अत्यधिक जल जाने से उनके शवों को पहचानने में मुश्किल खड़ी हो गई है,ऐसे में प्रियजनों की संवेदनशीलता और भावनात्मक भलाई को ध्यान में रखते हुए सकारात्मक पहचान के लिए सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। सेना द्वारा आगे कहा गया है कि सभी मृतकों के परिजन दिल्ली पहुंच रहे हैं। सभी को आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है। शवों की सकारात्मक पहचान के लिए परिवार वालों के डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं। सकारात्मक पहचान के बाद ही शवों को संबधित परिजनों को सौंपा जायेगा। इसके बाद ही उचित सैन्य संस्कार सुनिश्चित किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि हेलीकाप्टर दुर्घटना में मारे गए सैन्य अधिकारियों के पार्थिव शरीर को वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल से आज मद्रास रेजिमेंटल सेंटर लाया जा रहा है,जहां इस हादसे ने 13 लोगों की जान ले ली। वहीं,भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, जो कि दुर्घटना में जीवित बचने में सफल रहे। इस दौरान उन्हें वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल में भर्ती किया गया था,जहां उनका तीन बार आॅपरेशन किया गया है, फिर भी डाक्टरों का कहना है कि इन्हें बेहतर ईलाज के लिए बेंगलुरू ले जाया जा रहा है।

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