सांकेतिक तस्वीर।
कीव। रूस-यूक्रेन जंग के दौरान रुस के लिए बड़ी चुनौती के रूप में उभरने वाले यूक्रेन एअरफोर्स के इस बहादुर पायलट के शहीद होने की रिपोर्ट सामने आ रही है। बता दें कि इस लड़ाई में यूक्रेन के इस पायलट ने तहलका मचा रखा था,जंग के पहले ही दिन इस पायलट ने रूस के 6 लड़ाकूं विमानों को मार गिराया था। और इसने रूस के कुल 40 विमानों को मार गिराया था,इसी वजह से इस पायलट को ‘घोस्ट ऑफ कीव’ के नाम से नवाजा गया था। अब जो रिपोर्ट सामने आ रही है उसमें दावा किया जा रहा है कि इस बहादुर पायलट की पिछले महीने यानि 13 मार्च को हीं एक काउंटर आॅपरेशन के दौरान दुश्मन के एंटी एअरक्राफ्ट मिसाइल की चपेट में आने से मौत हो गई थी।
दावा है कि जंग के पहले दिन ही इस पायलट ने रूस के छह लड़ाकू विमानों को मार गिराया था। जिसके बाद इस यूक्रेनी पायलट की पूरी दुनिया में चर्चा होने लगी थी। खुद यूक्रेनी सरकार ने इसे “घोस्ट ऑफ कीव” का नाम देकर कई वीडियो भी जारी किए थे।
अब,इस यूक्रेनी पायलट की मौत की पुष्टि की जा चुकी है। इसका हेलमेट और चश्मे को अब लंदन में एक नीलामी में बिक्री के लिए जाने की उम्मीद है। खुद यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से घोस्ट ऑफ कीव के कौशल और बहादुरी की प्रशंसा करते हुए एक वीडियो ट्वीट किया था। उसकी शुरुआती सफलता के बाद यूक्रेनी सरकार ने कहा था कि लोग उसे घोस्ट ऑफ कीव कहते हैं। यह यूक्रेनी वायु सेना का इक्का हमारी राजधानी और देश के आसमान की सुरक्षा करता है।
बताया जा रहा है कि इस बहादुर पायलट को मरणोपरांत युद्ध में बहादुरी के लिए यूक्रेन के शीर्ष पुरस्कार, ऑर्डर ऑफ द गोल्डन स्टार से सम्मानित किया गया है। उसे यूक्रेन के हीरो का खिताब दिया गया है। उसकी मौत से दो दिन पहले यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने कॉकपिट में बैठे इस दिग्गज फाइटर की एक फोटो भी शेयर की थी।
गौरतलब है कि यूक्रेन के इस पायलट ताराबल्का का जन्म यूक्रेन के पश्चिम में कोरोलिव्का गांव में एक मजदूर वर्ग के परिवार में हुआ था। जहां उसने वायु सेना के खार्किव राष्ट्रीय विश्वविद्यालय में पढ़ाई की थी।