एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

जनरल रावत ने दिया भारत विरोधी देशों को संदेश, दुश्मन की हर साजिश को नाकाम करने में सक्रिय व सक्षम है देश की सेना – चंद्रकांत मिश्र/सतीश उपाध्याय


CDS जनरल विपिन रावत (फाईल फोटो)

नई दिल्ली। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देश के CDS जनरल विपिन रावत ने दुश्मन के बारें में कहा कि चीन और पाकिस्तान की क्षेत्रीय अस्थिरता बनाए रखने की साजिशों के चलते भारतीय सुरक्षा बलों को जमीनी और समुद्री सीमाओं पर पूरे साल सतर्क रहना पड़ रहा है। भारतीय सेनाएं इस जिम्मेदारी को बखूबी निभा रही हैं। इसी क्रम में उन्होंने आगे भी कहा कि,दूरदर्शी सरदार पटेल ने समय रहते भारत और चीन के बीच स्वतंत्र तिब्बत की जरूरत समझ ली थी। दो बड़े देशों के बीच तिब्बत बफर स्टेट के रूप में होता। इस आशय का सुझाव उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को भी दिया था। लेकिन उनके इस सुझाव को महत्व नहीं मिल सका। सुरक्षा बलों के महत्व को भी कम करके आंका गया।

CDS जनरल विपिन रावत (फाईल फोटो)

जनरल रावत ने यह भी कहा कि,जब सुरक्षा बलों की अनदेखी होती है तो उसका फायदा बाहरी ताकतें उठाती हैं। इसी का नतीजा 1962 में देश पर हुआ चीन का हमला था। 1962 के बाद भी चीन ने कई बार भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की। जब-जब सेना को सरकार का मजबूत समर्थन मिला, तब-तब चीन को पीछे धकेल दिया गया। भारतीय सेनाएं देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए हर समय तैयार हैं। जनरल रावत ने इस दौरान पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेनाओं की तैनाती का भी जिक्र किया। कहा कि भारी हथियारों के साथ हम अपनी सीमाओं की सुरक्षा में लगे हुए हैं।

बार्डर पर गश्त के दौरान भारतीय सैनिक (फाईल फोटो)

गौरतलब है कि जनरल रावत का यह बयान ऐसे समय में आया है जब लद्दाख पर दुश्मन के साथ तनाव बना हुआ है, जिस संबंध में देश की तीनों सेनाएं युध्द की भावी संभावनाओं के मद्देनजर अपनी पूरी तैयारी पर है, जिस क्रम में सेना आये दिन ड्रिल भी कर रही है और बार्डर पर अपनी भारी तैनाती से दुश्मन पर दबाव बनाने की भी कोशिश कर रही है।

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