एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

जनरल रावत व उनकी पत्नी सहित कुल चार पार्थिव शरीर की हो सकी है पहचान, शेष अन्य नौ शवों की शिनाख़्त है बाकी, DNA टेस्ट से की जायेगी शिनाख़्त,तबतक इन शवों को सेना के मुर्दाघर में रखा जायेगा बाहिफाजत व ससम्मान – राजेंद्र दूबे/ नित्यानंद दूबे


CDS जनरल स्व.विपिन रावत (फाईल फोटो)

नई दिल्ली। कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए CDS जनरल बिपिन रावत समेत 13 सैन्य अधिकारियों के पार्थिव शरीर दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पहुंच चुका है। जहां एयरपोर्ट पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ तमाम बड़ी हस्तियों ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी और परिवार के लोगों के साथ गहरी संवेदना भी व्यक्त की। सेना द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार,हादसे में मारे गए लोगों में अभी तक सिर्फ चार शवों की ही पहचान हो सकी है,शेष अन्य 9 सैन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की पहचान करने की कोशिश जारी है।

बताते चले कि हादसे में मारे गए वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की याद में दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया,जहां इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ NSA अजित डोभाल समेत तमाम लोगों ने दिवंगत सैन्य अधिकारियों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित किये।

वहीं सैन्य सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक सिर्फ चार शवों की पहचान हो सकी है। जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत,उनकी पत्नी मधुलिका रावत,ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर और लांस नायक विवेक कुमार शामिल हैं। पहचान किये गये शवों को सेना इन तीनों के पार्थिव शरीर उनके परिजनों को सौंप देगी।

शेष अन्य शवों की डीएनए जांच के बाद ही दिवंगत सैन्य अधिकारियों के परिजनों की भावनाओं का पूरा सम्मान रखते हुए उनके परिजनों को शव सौंपें जायेंगें,ऐसी स्थिति में जब तक शिनाख़्त प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती तबतक इन पार्थिव शरीरों को सेना के बेस अस्पताल के मुर्दाघर में सम्मान सहित सुरक्षित रखा जायेगा।

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