तुर्की यह नया लेजर युक्त घातक Dron
अंकारा। तुर्की के इस पहले लेजर युक्त ड्रोन का सफल परीक्षण,पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है। बताया जा रहा है तुर्की का यह नया लेजर युक्त ड्रोन अपने टारगेट को आधे किलोमीटर की दूरी पर ध्वस्त कर सकता है। “एरेन” नाम से इस ड्रोन को तुर्की की रक्षा कंपनियों तुबीटक और एसिसगॉर्ड ने बनाया है,जो कि यह अधिकतम 3000 मीटर की ऊंचाई तक उड़ने सक्षम है।
तुर्की के एक नेता के हवाले से दावा किया जा रहा है कि टेस्ट के दौरान इस ड्रोन से 1,600 फीट,और 100 मीटर की दूरी से सफल शॉट दागे गए। एरेन ड्रोन को लेजर हथियारों के उपयोग से एक निश्चित दूरी से बम और गोला-बारूद जैसे विस्फोटक उपकरणों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसी कड़ी में आगे भी कहा गया है कि आने वाले दिनों में इस ड्रोन का निर्यात भी किया जा सकता है।
बताते चले कि बीते कई सालों में छोटे संघर्ष में तुर्की ने अपने इस तरह के ड्रोन्स को इस्तेमाल करके साबित कर दिया है कि उसे इस क्षेत्र में सबसे बेहतर महारत हासिल है। आर्मीनिया-अजरबैजान युद्ध के दौरान भी ड्रोन्स का भरपूर इस्तेमाल देखने को मिला था। युद्ध में ड्रोन के इस्तेमाल और प्रभाव को देख अमेरिका और रूस तक हैरान थे। इस युद्ध के बाद दुनियाभर की सेनाएं अपने दुश्मनों के खिलाफ भावी युद्ध के लिए ड्रोन आर्मी को भी शामिल कर रही है।
यहां भी साफ करना आवश्यक है कि अमेरिका-रूस और ब्रिटेन के कई सैन्य अधिकारी पहले ही तुर्की और चीन में बने ड्रोन्स को लेकर अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं। उस दौरान ब्रिटेन के रक्षा सचिव बेन वालेस ने सीरिया में तुर्की के ड्रोन का इस्तेमाल को लेकर काफी सख्त बयान दिया था। उन्होंने उस समय कहा था कि तुर्की में बने ड्रोन वैश्विक भू-राजनीतिक हालात को बदल रहे हैं।
इसीलिए तुर्की को अब उसके बेहतरीन ड्रोन की दुनिया में मांग बढ़ गई है,इसीलिए पिछले साल तुर्की ने दुनिया के सामने अपना बायरकटार टीबी 2 सशस्त्र ड्रोन प्रदर्शित किया था। अमेरिकी MQ-9 की तुलना में तुर्की का TB2 हल्के हथियारों से लैस है। इसमें चार लेजर- गाइडेड मिसाइलें लगाई जा सकती हैं। इस ड्रोन को रेडियो गाइडेड होने के कारण 320 किमी के रेंज में ऑपरेट किया जा सकता है।
फिलहाल, दुनिया के सामने तुर्की का यह नया वेपन तहलका मचाया हुआ है,और इस नये वेपन से अमेरिका सहित पश्चिमी देशों की चिंताएं बढ़ी हुई।