पाकिस्तानी संसद के भीतर की तस्वीर (फाईल फोटो)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में जारी सियासी नौटंकी व भीषण घमासान के बीच आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश के क्रम में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तानी संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए कार्यवाही दोबारा शुरू हो गई है। जहां पर नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर ने फिर से विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को अपनी बात पूरा करने को कहा। इस पर शाह महमूद कुरैशी ने विपक्ष पर सत्तापक्ष के सांसदों को खरीदने का आरोप लगाया। इस दौरान उन्होंने संसद में अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत को कैमरे पर बुलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि राजदूत सदन के सामने आकर अमेरिका की धमकी को बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि नेताओं की मंडियां सज चुकी हैं। इससे पहले सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तकरार के बाद स्पीकर ने नेशनल असेंबली की कार्यवाही को दोपहर 1 बजे तक के लिए स्थगित किया था। इस बीच संसद में स्पीकर के चेंबर में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच बैठक हुई है। इसमें विपक्ष ने आश्वासन दिया है कि वे सत्तापक्ष के चर्चा के दौरान हंगामा और शोर शराबा नहीं करेंगे। वहीं,सत्तापक्ष की तरफ से शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि वे विपक्ष को रात 8 बजे अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग करवाने का समय देगें। हालांकि, पाकिस्तानी राजनीति के जानकारों का मानना है कि सरकार एन मौके पर अपने वादे से मुकर भी सकती है।
खबर आ रही है कि इमरान खान नेशनल असेंबली पहुंच चुके हैं। पाकिस्तान के चीफ जस्टिस भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुके थे,और इस्लामाबाद हाई कोर्ट भी खुल गया। वहीं,सीजेपी ने आधी रात को सुप्रीम कोर्ट को खोलने का फैसला किया। अविश्वास प्रस्ताव पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को अमलीजामा पहनाने के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट के दरवाजे भी खोल दिए गए।
वहीं,स्थानिय मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले बताया गया कि नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराने के लिए तैयार हो गए हैं। कहा जा रहा है कि वह सचिवालय के अधिकारियों ने उन्हें इसके लिए राजी किया और समझाया कि अगर वह वोटिंग नहीं कराते हैं तो हम सभी पर आर्टिकल-6 लागू होगा। इसी बीच स्पीकर ने वोटिंग कराने से इनकार करते हुए यह कह दिया कि इमरान के साथ उनके 30 साल पुराने रिश्ते हैं। लिहाजा,वह उनके खिलाफ वोटिंग की अनुमति नहीं दे सकते। इस दौरान विपक्ष ने स्पीकर को एक चिट्ठी लिखकर कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग न करवाकर वह कोर्ट की अवमानना कर रहे हैं। इसी बीच यह रिपोर्ट सामने आई कि सुप्रीम कोर्ट और इस्लामाबाद हाई कोर्ट भी खुला हुआ है।
इसी बीच यह भी एक दावा सामने आया कि इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए तैयार हैं लेकिन इसके लिए उन्होंने तीन शर्ते रखी हैं। पहली- इमरान खान चाहते हैं कि शहबाज शरीफ के अलावा किसी और को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनाया जाए, दूसरा- इमरान खान और उनके कैबिनेट के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज न कराया जाए, तीसरा- देश में जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं। इमरान और पीटीआई को लग रहा है कि मौजूदा समय में देश का माहौल उनके पक्ष में है इसलिए चुनाव कराने का यही सही समय है। इस बीच पाकिस्तान के पीएम ऑफिस के पास सेना की गाड़ियां देखे जाने का दावा किया गया।
बता दें कि प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से हटाने के लिए विपक्षी दलों को 342 सदस्यीय सदन में 172 सदस्यों की आवश्यकता है। हालांकि उन्होंने इससे अधिक संख्या का पहले ही समर्थन दिखा दिया है। अब इमरान खान पाकिस्तान के इतिहास में पहले ऐसे प्रधानमंत्री हो सकते हैं, जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सत्ता से बाहर कर दिया जाएगा। क्रिकेटर से नेता बने खान 2018 में ‘नया पाकिस्तान’ बनाने के वादे के साथ सत्ता में आये थे।
पाकिस्तान में किस पार्टी के पास कितने सांसद ?
पार्टी – सांसदों की संख्या
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ – 156
पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज – 84
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी – 47
मुत्तहिदा मजलिस ए अमल – 15
बलूचिस्तान अवामी पार्टी – 5
बलूचिस्तान नेशनल पार्टी – 4
पाकिस्तान मुस्लिम लीग- क्यू – 5
ग्रेंड डेमोक्रेटिक अलायंस – 12
अवामी नेशनल पार्टी – 1
ज्महूरी वतन पार्टी – 1
निर्दलीय – 4
मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट- 7
कुल 342
जहां बाद में देर रात भारी नौटंकी के बाद स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव के पहले ही इमरान खान के साथ दोस्ती का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया,जिसके बाद विपक्ष की तरफ से नव नियुक्त स्पीकर ने तत्काल कार्यभाल संभालते हुए अविश्वास प्रस्ताव से संबंधित कार्यवाही तुरंत शुरू कर दिया,जहां इस दौरान अविश्वास प्रस्ताव के पहले ही सत्ता पक्ष के सभी सदस्य सदन से वाक आऊट कर गये जबकि इमरान खान पहले ही बिना इस्तीफा व बिना किसी अन्य लिखित औपचारिकता के सदन छोड़ चुके थे,हालांकि रात 12 बजे से सदन की कार्यवाही लाइव जारी है।
इसी बीच यह भी रिपोर्ट सामने आई कि यदि आज रात 12 बजे तक अविश्वास प्रस्ताव की कार्यवाही नहीं होती है तो इमरान खान मय पूरी टीम गिरफ्तार किये जा सकते हैं,वहीं पाकिस्तानी सेना ने पूरे टैंक रेजिमेंट के साथ पूरे इस्लामाबाद को छावनी में तबदील कर दिया,इस दौरान पाक फौज ने देश के सभी हवाई अड्डा को रेड अलर्ट जारी करते हुए साफ आदेश दे दिया कि कोई भी अधिकारी या राजनैतिक व्यक्ति बिना NOC के देश नहीं छोड़ सकता है। इसी कड़ी में सेना ने इमरान खान के सरकारी घर को भी घेर लिया, जहां चौतरफा घिरने के बाद गिरफ्तारी के भय से इमरान खान ने बेहद मजबूरी में अविश्वास प्रस्ताव की कार्यवाही को बिना किसी बाधा के जारी रखने का निर्णय लिया, जो कि जारी है,लेकिन खुद इमरान खान बिना इस्तीफा दिये अपने कुछ सहयोगियों के साथ प्रधानमंत्री का सरकारी आवास छोड़कर अपने निजी घर में शिफ्ट हो गए, हालांकि इस दौरान फौज उन्हें अब भी घेरे हुए हैं। वहीं सदन के भीतर अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग देर रात से शुरू हुई है जो कि अभी भी जारी है,और इस दौरान सदन के बाहर इमरान समर्थक आजादी के नारे लगा रहे हैं। जहां अविश्वास प्रस्ताव के बाद नयी सरकार गठन की कार्यवाही शुरू होगी जिसमें शहबाज शरीफ जो कि नवाज शरीफ के भाई हैं इनका नाम आ रहा है, यानि पाकिस्तान के अगले प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ हो सकते हैं।
उधर, पाकिस्तान में यह चर्चा जोरो पर है कि नयी सरकार बनते ही इमरान खान मय पूरी टीम जेल जा सकते हैं चूंकि अविश्वास प्रस्ताव को उन्होंने विदेशी साजिश करार देते हुए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने की कोशिश किये थे और इसके साथ पूरे देश को गुमराह करने की कोशिश भी की थी जो कि देश द्रोह से संबंधित आपराधिक कृत्य है।