एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

पूर्वी लद्दाख बार्डर के पास दुश्मन ने तैनात किया मिसाइल रेजिमेंट, Drone के भी तैनाती की रिपोर्ट है – सतीश उपाध्याय (सीनियर एडिटर)


लद्दाख बार्डर पर भारतीय सैनिक (फाईल फोटो)

नई दिल्ली। देश के पूर्वी लद्दाख बार्डर के पास दुश्मन द्वारा लगातार सैन्य बुनियादी ढांचे में बढ़ोतरी की रिपोर्ट सामने आई है। जिस वजह से भारत की चिंता बढ़ गई है। जबकि अभी हाल ही में दोनों देशों के बीच हुई बातचीत के दौरान भारत ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर के पास के इलाकों में चीनी सेना द्वारा किए गए निर्माण पर चिंता व्यक्त की थी। सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि भारत की चिंता की बड़ी वजह यह है कि चीनी सेना यहां नए राजमार्ग बना रहा है,सड़कों को जोड़ रहा है,नए आवास और बस्तियों का भी निर्माण तेजी से कर रहा है,इसके अलावा चीनी सेना ने एलएसी पर अपनी ओर मिसाइल रेजिमेंट सहित भारी हथियारों को भी तैनात किया हुआ है,जो कि चीन द्वारा बेहद निराशाजनक आचरण है।

कहा जा रहा है कि चीन सड़कों को चौड़ा कर रहा है, वहीं,काशगर,गर गुनसा और होतान में चीन के ठिकानों के अलावा अब वह नई हवाई पट्टियों का भी निर्माण बहुत तेजी से कर रहा है। इसी कड़ी में यह भी साफ किया गया है कि चीनी सेना अपनी वायुसेना और सेना के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है,साथ ही उन्हें अमेरिकी और अन्य सैटेलाइट से बचने के लिए भी कवर किया जा रहा है।

भारतीय सेना के ट्रक (फाईल फोटो)

एक अन्य जानकारी में यह भी सामने आया है कि चीनी सेना तिब्बतियों को भर्ती करने और उन्हें हान सैनिकों के साथ सीमा चौकियों पर तैनात किया जा रहा है।
तिब्बती नागरिकों को एक विशेष रणनीति के तहत चीनी सेना में भर्ती किया जा रहा है दरअसल जिन इलाकों में चीन अपनी तैनाती बढ़ा रहा है वहां पर लंबें समय तक टिके रहना चीनी सेना के वश में नहीं है ऐसे में तिब्बती ही एकमात्र विकल्प है चीन के लिए।

इस दौरान यह भी रिपोर्ट सामने आई है जिसमें चीन द्वारा बड़ी संख्या में ड्रोन को भी इस क्षेत्र में निगरानी के लिए तैनात किया जा रहा है। फिलहाल दुश्मन की तैयारियों को देखते हुए भारतीय सेना भी पिछले साल की तुलना में बहुत अधिक तैयार है। उसने इस इलाके में किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए कमर कस ली है। और पूरी तैयारी के साथ दुश्मन के हर मूवमैंट पर लगातार कड़ी नजर रखें हुए है।

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