सांकेतिक तस्वीर
लंदन। पोलैंड ने बेलारूस के उपर बड़ा आरोप लगाते हुए दावा किया है कि पोलैंड की सीमा पर इकट्ठा हुए शरणार्थियों को घातक हथियारों से पोलैंड के सुरक्षाबलों के उपर हमला करने और जबरन पोलैंड में घुसने के लिए शरणार्थीयों को बेलारूस उकसा रहा है। शरणार्थीयों के इस हरकत पर पोलैंड ने कड़ी कार्रवाई करते हुए इन लोगों को पीछे धकेला है। इस दौरान पोलैंड के सुरक्षाबलों द्वारा इन शरणार्थीयों पर पानी की बौछारें कीं गई,आंसू गैस के गोले दागे और ग्रेनेड का भी इस्तेमाल किया गया, ऐसा तब किया गया,जब शरणार्थी लगातार पोलैंड के सैनिकों पर पत्थर और दूसरी चीजें फेंककर हमला कर रहे थे।
बताते चले कि यूरोपीय संघ के किनारे पर बसे पोलैंड को इन शरणार्थियों के कारण काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, ये लोग अफ्रीका और मध्यपूर्व के देशों से आए हैं। इन शरणार्थीयों का मूल उद्देश्य बेहतर जीवन की तलाश में यूरोप में बसना है, जबकि यूरोप इन्हें अपने यहां शरण नहीं देना चाहता।
पोलैंड के अधिकारियों के हवाले से बताया जा रहा है कि पोलैंड के सैनिकों पर शरणार्थियों ने पत्थर,स्मोक बम और मेटल के तारों से हमला किया है। इस दौरान इस झड़प में एक पुलिस ऑफिसर गंभीर रूप से घायल हो गया है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उधर यूरोपीय संघ का आरोप है कि करीब 4000 की संख्या में आए इन शरणार्थियों को बेलारूस हथियार देकर सैनिकों पर हमला करने को उकसा रहा है, फिलहाल बेलारूस की तरफ से इन आरोपों को खारिज कर दिया गया है।