एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

बांग्लादेश में नहीं थम रहा हिंदुओं पर हमला, दुर्गा पूजा पंडालों के बाद अब इस्कान मंदिरों पर हुआ हमला, PM शेख हसीना ने दोषियों पर कड़ी कार्यवाही का किया ऐलान – हेमंत सिंह (स्पेशल एडिटर)

ढाका/नई दिल्ली। अब बांग्लादेश में दुर्गा पंडालों के बाद अब हिंदू मंदिरों को भी निशाना बनाया जा रहा है। शुक्रवार को नोआखाली में भीड़ ने इस्कॉन मंदिर पर हमला कर दिया, मंदिर में जमकर तोड़फोड़ की और आग लगा दी। इस हिंसा को लेकर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने चेताया है कि हिंदू मंदिरों और दुर्गा पूजा स्थलों पर हमलों में शामिल दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

बताते चले कि इस्कॉन संस्थान ने ट्वीट कर हमले से जुड़ी भयावह तस्वीरें साझा की हैं,इन फोटो में साफ-साफ दिख रहा है कैसे हिंसक भीड़ ने हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाया है। वहीं इस्कॉन ने कहा कि श्रद्धालुओं पर भीड़ ने हिंसक हमला किया। मंदिर को काफी नुकसान पहुंचा है और कई श्रद्धालुओं की हालत गंभीर बनी हुई है। हम बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और दोषियों को न्याय के दायरे में लाने की मांग करते हैं।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश की पीएम के आश्वासन के बाद भी हबीगंज जिले में एक दुर्गा पूजा स्थल पर मदरसा छात्रों और हिंदू समुदाय के बीच झड़प हो गई। बृहस्पतिवार को हुई इस झड़प में एक पुलिसकर्मी समेत 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
India is playing a balanced move on the Afghan crisis

पुलिस ने बताया कि यह वारदात हबीगंज जिले के नबीगंज उपजिला स्थित एक गांव में हुई। यह घटना उस वक्त हुई जब मदरसे के छात्रों ने इस्लाम के कथित अपमान के विरोध में एक जुलूस निकाला। जुलूस जब मंदिर पहुंचा तो प्रदर्शनकारियों की हिंदू भक्तों से बहस हो गई और इसी दौरान झड़प के समाचार हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू में कर लिए।

उल्लेखनीय है कि बुधवार को अष्टमी पूजा पर रात को एक दुर्गा पूजा स्थल पर पवित्र धर्मग्रंथ के अपमान की अफवाह सोशल मीडिया पर फैलने के बाद कमिला में दंगे भड़क उठे। इसके बाद हालात बेकाबू हो गए व आसपास के पूजा पंडालों में भी मूर्तियों से तोड़फोड़ तथा मारपीट शुरू हो गई, जिसमें 4 लोग मारे गए। हालात संभालने के लिए 22 जिलों में बॉर्डर गार्ड सैनिक तैनात किए गए जो शुक्रवार को भी सुरक्षा व्यवस्था संभालते रहे।

शेख हसीना ने कहा कि 1971 के युद्ध में बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई हिंदुओं ने भी कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ी है और उन्हें भी बाकी धर्मों के लोगों की तरह ही अधिकार हासिल हैं। इसलिए इस देश के हिंदू खुद को अल्पसंख्यक न समझें। बता दें कि बांग्लादेश की करीब 17 करोड़ की आबादी में 10 प्रतिशत हिंदू हैं।

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