स्पेशल रिपोर्ट

भारत का चीन के साथ जारी लगातार तनाव को कम करने के लिए सामने आया WMMC, इसके तहत दोनों पक्षों की हुई 23वीं दौर की बैठक, सार्थक परिणाम से अब भी है दूरी – श्रीराम पांडेय (डिप्टी एडिटर)


भारतीय फौज की कानवाई (फाईल फोटो)

नई दिल्ली। पिछले डेढ़ साल से लद्दाख बार्डर पर दुश्मन के साथ जारी गतिरोध के दौरान इंडियन आर्मी द्वारा अब तक 13वें दौर की बातचीत के बाद भी कोई सकारात्मक हल नहीं हो सका। अब इस तनाव के बीच गुरुवार को भारत-चीन सीमा मामलों (WMCC) पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र की 23वीं बैठक हुई। भारत के विदेश मंत्रालय के अनुसार इस दौरान दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा के पश्चिमी क्षेत्र में स्थिति पर स्पष्ट और गहन चर्चा की है।

मंत्रालय द्वारा बताया गया कि बार्डर पर शांति कायम करने की कड़ी में दोनों पक्ष द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन करते हुए पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में शेष मुद्दों का शीघ्र समाधान खोजने की आवश्यकता पर आपसी सहमति बन गई है।
इस दौरान दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि संबंधित जमीन पर स्थिर स्थिति सुनिश्चित करना जारी रखा जाये,और किसी भी अप्रिय घटना से बचें, इसी कड़ी में यह भी साफ किया गया कि दोनों पक्षों के सेना के वरिष्ठ कमांडरों की 14वें दौर की जल्द से जल्द बैठक आयोजित हो।

गौरतलब है कि चीन के साथ लद्दाख बार्डर पर पिछले डेढ़ साल से लगातार गतिरोध जारी है। इस दौरान दोनों तरफ से भारी संख्या में नफरी तैनात की गई है। इस तनाव को समाप्त करने के लिए अब तक 13वें दौर की सैन्य स्तर की वार्ता भी हो चुकी है लेकिन परिणाम शून्य रहा।

फिलहाल बैठक के दौरान भारत ने शेष क्षेत्रों में गतिरोध को सुलझाने के लिए रचनात्मक सुझाव दिया है,लेकिन चीन भारत के सुझाव से संतुष्ट नहीं था। फिलहाल भारत के तरफ से लगातार शांति की कोशिश जारी है।
लेकिन चीन कितना शांति प्रिय है ? यह तो सभी जानते हैं।

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