स्पेशल रिपोर्ट

यूक्रेन की मदद में एक बार फिर भारत आया सामने, युद्ध में विकलांग हुए सैनिकों व गैरसैनिकों को कृत्रिम अंग देने के लिए जयपुर की विश्व प्रसिद्ध संस्था भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति ने लिया बड़ा फैसला – सतीश उपाध्याय/अमरनाथ यादव


सांकेतिक तस्वीर।

नई दिल्ली/न्यूयॉर्क। रूस-यूक्रेन जंग को 70 दिन हो गए, ऐसे में युध्द की भयानक त्रासदी झेल रहे यूक्रेन की मदद में भारत एक बार फिर सामने आया है,इसके पहले भी भारत की तरफ से इस जंग में पीड़ितों की मदद में राशन और दवाइयाँ पहले भी भेजी जाती रही है,इतना हीं नहीं पोलैंड के साथ-साथ अन्य देशों में शरण लिये हुए यूक्रेन के नागरिकों के लिए तमाम प्रवासी भारतीयों द्वारा उनके निवास,भोजन तथा मेडिकल के अतिरिक्त अन्य सभी तरह की मदद लगातार पहुंचाई जा रही है,जहां अब इस जंग में विकलांग हो चुके यूक्रेन के सैनिक व गैरसैनिकों को कृत्रिम अंग की मदद देने के लिए भारत के जयपुर की विश्व प्रसिद्ध संस्था भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति (BMVSS) सामने आगे आई है।

बताया जा रहा है कि जयपुर फुट USA ने फैसला किया है कि वो यूक्रेन में दिव्यांग हुए लोगों की मदद करेगी। इस जंग में यूक्रेन के कई लोग हाथ या पैर गंवा चुके हैं। इनमें सैनिकों के अलावा आम लोग भी शामिल हैं। जहां बुधवार को जयपुर फुट यूएसए के चेयरमैन प्रेम भंडारी और जॉइंट सेक्रेटरी निशांत गर्ग ने न्यूयॉर्क में यूक्रेन के काउंसिल जनरल ओलेकिसी हुलोबॉव से मुलाकात की।

भंडारी और गर्ग ने यूक्रेन-रूस जंग में जरूरतमंदों की मदद कर रहे संगठन कमीशन फॉर इंटरनेशनल अफेयर्स के चेयरमैन एडवर्ड मेर्रेलिस्टन से भी मुलाकात की। इस दौरान ट्रेड, इन्वेस्टमेंट और इनोवेशन पर भी चर्चा हुई। न्यूयॉर्क सिटी मेयर ऑफिस के इंटरनेशनल अफेयर्स प्रोग्राम के कोऑर्डिनेटर दिलीप चौहान भी इस दौरान मौजूद रहे। मेयर ऑफिस की अफसर सराह फ्रीडमैन ने भी गर्ग और भंडारी से उनके प्रस्ताव की जानकारी हासिल की।

जहां इस दौरान भंडारी और गर्ग ने इन अफसरों को बताया कि जयपुर फुट जरूरतमंदों की मदद के लिए फ्री कैम्प लगाने की योजना बना रहा है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक,यह कैम्प्स यूक्रेन के पड़ोसी देशों में ही लगाए जाएंगे,क्योंकि यूक्रेन पर रूस के हमले जारी हैं और ऐसे में वहां किसी तरह के कैम्प लगाना खतरे से खाली नहीं है।

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