रूसी फौज (फाईल फोटो)
वाशिंगटन/मॉस्को। अमेरिका ने नाटों से संबंधित रूसी मांग को खारिज करते हुए अपना रूख साफ कर दिया है अब गेंद रूस के पाले में है। वहीं रूस ने कहा है कि अमेरिका के इस फैसले का अभी अध्ययन किया जा रहा है। बता दें कि अमेरिका ने यह फ़ैसला उस समय लिया है जब यूक्रेन को तीन तरफ से रूसी फौज पूरी तैयारी के साथ घेरकर खड़ी है।
बताते चले कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने यूक्रेन संकट के समाधान को लेकर रूस को आधिकारिक प्रतिक्रिया देते हुए साफ कर दिया है कि रूस द्वारा लगातार नाटो से संबंधित मांग करने वाले निर्णय को खारिज कर दिया गया है और उन्होंने इस फ़ैसले की जानकारी भी सार्वजनिक कर दिया है।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि वो रूस को आगे बढ़ने के लिए एक गंभीर कूटनीतिक रास्ते की पेशकश कर रहे हैं और रूस को उसे अपनाना चाहिए।
वहीं,रूस के एक मंत्री ने कहा है कि उनका देश एंटनी ब्लिंकन की प्रतिक्रिया का अध्ययन कर रहा है जिसके बाद हीं हम किसी निर्णय पर पहुंचेंगें।
बताया जा रहा है कि रूस ने नाटो सैन्य गठबंधन के विस्तार और उससे जुड़े सुरक्षा मुद्दों को लेकर अपनी चिंताओं की एक लंबी सूची जारी की है।
और रूस की मांग में ये भी शामिल है कि यूक्रेन और अन्य देशों पर नाटो गठबंधन में शामिल होने पर प्रतिबंध लगाया जाए।
लेकिन,एंटनी ब्लिंकन ने साफ करते हुए कहा है कि अमेरिकी प्रतिक्रिया ने हमारे मूल सिद्धांतों को स्पष्ट कर दिया है जिसमें नेटो जैसे सुरक्षा गठबंधन में शामिल होने की यूक्रेन की संप्रमुभता और अधिकार भी शामिल है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ महिनों से रूस की सेना यूक्रेन की सीमा पर भारी संख्या में इकट्ठा हुई, और इस दौरान रूसी फौज खतरनाक वार ड्रिल भी कर रही है,वहीं ब्रिटिश खुफिया ऐजेंसी के सूत्रों का दावा है कि रुसी फौज इस समय दुनिया के सबसे घातक हथियारों के साथ यूक्रेन बार्डर पर मौजूद है जो कि मौसम खराबी के वजह से रूसी फौज अभी रूकी हुई है और जैसे ही मौसम साफ होगा रूस की तरफ से यूक्रेन पर भीषण हमला किया जायेगा। वहीं,रुस की इस तैयारी को ध्यान में रखकर अमेरिका और युरोपिय संघ के देश तथा नाटों एलाएंश भी यूक्रेन को सैन्य मदद देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं,फिलहाल रुस इस युध्द की संभावना को लगातार खारिज कर रहा है।