एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

यूक्रेन-रूस के बीच जारी तनाव के दौरान,यूक्रेन के रक्षामंत्री ने रूस को दिया खतरनाक धमकी, यदि युध्द छिड़ा तो होगा महाविनाश, रूसी फौज जायेगी ताबूतों में – रविशंकर मिश्र (एडिटर इन आॅपरेशन)


रूसी नौसेना की फ्लीट (फाईल फोटो)

कीव। पिछले कुछ दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण तनाव के बीच यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव ने एक मीडिया संस्थान से बातचीत में रूस को धमकी देते हुए कहा कि अगर रूस,यूक्रेन पर हमला करता है तो वाकई में भीषण नरसंहार होगा,और इसका खामियाजा रूसी सेना को भुगतना होगा,क्योंकि रूसी ताबूत में वापस जाएंगे।

इस दौरान रक्षा मंत्री ओलेक्सी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मॉस्को के खिलाफ मजबूती से खड़े रहने की अपील की है। बताते चले कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी तनाव को समाप्त करने के लिए जल्द ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बातचीत करने वाले हैं।


नाटों के सैनिक (फाईल फोटो)

रेजनिकोव ने आगे भी कहा कि यूक्रेन के पास पुख्ता जानकारी है कि रूस ने यूक्रेन बॉर्डर पर 95 हजार सैनिक तैनात किया हैं। वहीं अमेरिका को अनुमान है कि रूस यूक्रेन पर हमला करने के लिए 1.75 लाख सैनिकों को जमा कर सकता है। लेकिन अमेरिकी यूनियन के पास 2.5 लाख सैन्य अधिकारी और 2 लाख रिजर्व फोर्स हैं मतलब कुल 4 लाख की नफरी है,तो ऐसे में रूस की 1.75 लाख सैनिकों की नफरीं कभी नहीं भिड़ना चाहेगी यूक्रेन से।

बातचीत की कड़ी में रक्षामंत्री रेजनिकोव ने आगे यह भी साफ किया कि अगर रूस आक्रमण करता है तो इसका पूरे यूरोप पर विनाशकारी प्रभाव होगा। 40-50 लाख यूक्रेन के लोगों को यूरोप में जगह लेनी पड़ सकती है। हमने अपने सहयोगियों से सैन्य उपकरणों को लेकर अपील की है। हमें अतिरिक्त फोर्स की जरूरत नहीं है क्योंकि मुझे नहीं लगता है कि यह उचित है कि यूक्रेन के लिए अमेरिकी सैनिक मारे जाएं।

उधर रूस ने यूक्रेन पर किसी भी तरह के हमले की भावी योजना से साफ इंकार किया है। इस दौरान रूस ने कहा है कि यूक्रेन को नाटों एलाएंस का सदस्य बनाना मॉस्को को मंजूर नहीं है। इससे रूस के बॉर्डर पर खतरा हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक क्रेमलिन एक कानूनी प्रतिबद्धता की मांग कर रहा है कि यूक्रेन को शामिल करने के लिए नाटों का विस्तार पूर्व की ओर नहीं किया जाए और यूक्रेन में मिसाइल सिस्टम जैसे नाटों सैन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण नहीं किया जाए।

गौरतलब है कि पिछले कुछ सप्ताहों से भारी संख्या में रूस की फौज पूरे लाव लश्कर के साथ यूक्रेन सीमा के पास डंटी हुई है, इस दौरान रुसी सेना ड्रिल भी कर रही है जिस वजह से यूक्रेन के साथ पूरा यूरोपीय संघ और अमेरिका पूरी तरह से सतर्क है,इसीलिए नाटों सेना भी ब्लैक-सी में पहुंची हुई है और ड्रिल कर रही है। वहीं पोलैंड बार्डर पर भी शरणार्थी संकट जारी है जिसके पीछे बेलारूस की भूमिका बताई जा रही है जिस वजह से पूरा यूरोपीय संघ रूस के खिलाफ हो गया है,दरअसल बेलारूस,रूस के बदौलत हीं अक्सर यूरोपीय संघ को चुनौती देता रहता है, इन्ही सब कारणों से अमेरिका के लीडरशिप में पूरा यूरोपीय संघ रूस और बेलारूस के खिलाफ बड़ी कार्यवाही के योजना पर है।

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