रुसी फौज (फाईल फोटो)
वाशिंगटन/मॉस्को। यूक्रेन संकट के बीच अब अमेरिका ने मोर्चा संभालते हुए रूस के 27 डिप्लोमैट्स को तत्काल देश छोड़ने का आदेश दे दिया है। वॉशिंगटन से यह आदेश जारी करने के अलावा बाइडेन प्रशासन ने यूक्रेन को नाटो में शामिल नहीं करने की रूसी मांग को भी सिरे से खारिज कर दिया है।
इसके अलावा बाइडेन ने रूस को खुली चेतावनी देते हुए साफ कर दिया है कि यूक्रेन पर हमले की स्थिति में रूस को कड़े परिणाम भुगतने होंगे। बाइडेन ने आगे भी कहा कि अगर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया,ताे वे रूस की 85 हजार करोड़ रुपए की ‘नॉर्ड स्ट्रीम 2’ गैस पाइपलाइन को रोक देंगे। रूस की इस पाइपलाइन से यूरोप को प्राकृतिक गैस सप्लाई करने की योजना है।
वहीं इस तनाव के बीच नाटों के लिए एक अच्छी खबर आई है,रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन संकट में अब जर्मनी भी खुलकर नाटों और अमेरिका के समर्थन में आ गया है। उधर,रूस और यूक्रेन ने दोनों देशों ने सीमा पर सीजफायर बरकरार रखने के लिए पेरिस वार्ता तबतक लगातार जारी रखने की घोषणा की है जबतक कि बातचीत किसी निर्णायक स्थिति में न पहुँच जाए।