(फाईल फोटो) साभार-सोशल मीडिया
कीव/मॉस्को। पिछले सात दिनों से यूक्रेन के खिलाफ रूस एक मिलीट्री आॅपरेशन के जरिए यूक्रेन के विभिन्न शहरों पर लगातार एक से बढ़कर एक हवाई हमलों को अंजाम दे रहा है,यहां तक की यूक्रेन के कई शहर भयानक रूसी हमलों के चलते खंडहरों में तब्दील हो चुके हैं लेकिन फिर भी अभी तक रूस अपने मकसद में कामयाब नहीं हुआ।
बताते चले कि जिस दिन से लड़ाई छिड़ी है उसी दिन से दुनिया भर के तमाम एक्स.मिलीट्री कमांडर,एक्स.मिलीट्री जनरल,एक्स.मिलीट्री एक्सपर्ट,तमाम विशेषज्ञ और तमाम मीडिया हाउस सिर्फ एक सुर में एक ही दावा करते नजर आ रहे थे कि बस अब कुछ ही घंटों में,कुछ हीं दिन में रूस पूरे यूक्रेन को कब्जे में ले लेगा,हद तो तब हो गई जब ऐसे लोगों द्वारा यह कहा जाने लगा कि अब गया यूक्रेन की तब गया यूक्रेन,लेकिन आज सात दिन हो गए यूक्रेन अब भी रूस के सामने सबसे बड़ी चुनौती के रूप में पूरी तटस्थता के साथ खड़ा है।
इसी कड़ी में हद तो तब हो गई जब इन महान विशेषज्ञों को उनके दावे को लेकर लगे हाथ उन्हें एक मौका मिल गया, दरअसल लड़ाई के छटवें दिन यानि बीते मंगलवार को दोपहर बाद एक सेटेलाईट ईमेज सामने आई जिसके हवाले से दावा किया गया कि यूक्रेन की राजधानी कीव से मात्र कुछ किलोमीटर की दूरी पर रुस की एक विशाल मिलीट्री काॅनवाई कीव की तरफ मूव करती नजर आ रही है जो कि करीब 64 किलोमीटर के दायरें तक में फैली हुई है और यह काॅनवाई देर शाम तक कीव पहुंच जायेगी और कीव को देर रात तक खंडहरों में तबदील करते हुए कीव पर कब्जा कर लेगी,बस फिर क्या था एक बार फिर रूस की तरफ से इन लोगों ने चिल्लहट शुरू कर दिया कि हर हालत में आज रात में कीव गिर जायेगा यानि बीती मंगलवार की रात में और रूस कीव समेत पूरे यूक्रेन पर कब्जा कर लेगा,जिसके बाद लड़ाई खत्म,यानि यहां तक कहा गया कि यूक्रेन 2 मार्च का सुबह का सूरज किसी भी स्थिति में नहीं देख पायेगा और पूरी दुनिया में रूस एक बार फिर महाशक्ति के रूप में उभरेगा और वहीं अमेरिका व उसके सहयोगी नाटों सबका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा यानि अमेरिका व नाटों इतिहास बन जायेंगें,मतलब ऐसे लोगों द्वारा यहां तक दावा किया जा रहा था,लेकिन इन सबके इतर लड़ाई के शुरूआती दिनों से हीं सीक्रेट-ऑपरेशन न्यूज पोर्टल यूक्रेन के पक्ष में लगातार दावा करता रहा और अभी तक सीक्रेट-ऑपरेशन के तमाम दावें सही साबित होते गए यानि इन सभी महान विशेषज्ञों के सभी दावों पर सीक्रेट-ऑपरेशन का दावा भारी पड़ता नजर आ रहा है।
वजह साफ है,दरअसल पिछले कई महिनों से अमेरिका समेत सभी सहयोगी देशों की इंटेलीजेंस ऐजेंसियां लगातार कहती चली आ रही थी कि रूस निकट भविष्य में किसी भी समय यूक्रेन पर हमला करेगा,जहां इन सभी चेतावनियों के दृष्टिगत यूक्रेन अपने सभी सहयोगी देशों की मदद से रूस से भिड़ने के लिए अपनी पूरी तैयारी करके बैठा था,यानि घातक हथियारों के साथ-साथ तमाम व अन्य वेपन और इसके अलावा यूक्रेन ने बहुत सारे मिलीट्री बंकरों का भी निर्माण कर लिया था,यानि ये ऐसे बंकर है जिनपर मिसाइल,राकेट या किसी भी प्रकार की हैवी शेलिंग व गोलाबारी का बिल्कुल भी असर नहीं होगा,क्योंकि यूक्रेन को पहले से ही पता था कि लड़ाई की शुरूआत हैवी शेलिंग व मिसाइल तथा हवाई हमलें से शुरू होगी,जिसमें इमारतें,घर और मकान हीं टारगेट व बर्बाद होंगे,इसीलिए इस तरह की तैयारी पहले ही कर ली गई थी,आज इन्ही बंकरों के बदौलत हीं यूक्रेन अभी तक अपने दुश्मन के सामने टिका हुआ है। कहने का मतलब यह है कि हैवी शेलिंग के दौरान यूक्रेन की आर्मी इन बंकरों में छुप जाती है जहां पर वे शैलिंग के दौरान सुरक्षित रहते हैं फिर शेलिंग बंद होने के बाद बाहर निकलकर रूसी फौज का जमीनी लड़ाई में सामना करते हैं। वहीं रूस के मिलीट्री आॅपरेशन का सबसे बड़ा टास्क यूक्रेन की राजधानी कीव हीं है जो कि अभी तक उसकी पकड़ से बाहर है।
अब पिछले सात दिन से रुस की तरफ से यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई बड़े शहरों पर पूरा दिन और पूरी रात लगातार हैवी शेलिंग किया जा रहा है,यहां तक कि मिसाइलों की बरसात कर दे रहा है,इन हमलों के चलते यूक्रेन के शहर के शहर खंडहरों में बदल जा रहे हैं लेकिन फिर भी अभी तक टास्क पूरा नहीं हो पा रहा है,जमीनी लड़ाई में भी अभी तक कुछ हासिल नहीं हो सका है,इसी कड़ी में बुधवार की शाम को रूस के रक्षा मंत्रालय द्वारा एक रिपोर्ट जारी किया गया जिसमें कहा गया कि खेरोसन पर रूस ने कब्जा कर लिया है,लेकिन वहीं खेरोसन के मेयर ने रूस के इस दावें को खारिज कर दिया इस दौरान मेयर ने यह भी साफ कर दिया कि वह रूस के आगे बिल्कुल भी नहीं झुकेंगें।
अब खारकीव में हवाई और जमीनी लड़ाई तेज हो गई है जिसमें रिपोर्ट सामने आई है कि यूक्रेन की फोर्स जबरदस्त जवाब दे रही है रूसी फौज को,इसी दौरान यूक्रेन की तरफ से यह भी दावा किया गया कि इस लड़ाई में हमने रूस के करीब 6 हजार सैनिकों को मार गिराया है तो वहीं रूस ने इस आंकड़े को 4500 करार करते हुए यूक्रेन के दावें पर मुहर लगा दी है।
कुल मिलाकर यह साफ हो गया है कि यूक्रेन की जनता व प्रशासनिक अधिकारी तथा पूरी कैबिनेट के साथ-साथ शीर्ष नेतृत्व भी रूस के खिलाफ व एकमत है,जिस वजह से यूक्रेन पूरे आत्मविश्वास के साथ मैदान में अभी भी डंटा हुआ है,इस दौरान यूक्रेन को पूरी दुनिया से भी भारी जन समर्थन मिल रहा है जो कि यूक्रेन को इस लड़ाई में बड़े हौसले के रूप में काम रही है,इसी कड़ी में कई सहयोगी देश भी तमाम तरह की मदद के साथ सामने आ रहे हैं,सप्लाई जारी हो गई है,तो वहीं रूस भी पूरी ताकत के साथ अपने इस आॅपरेशन को जल्द पूरा करने के लिए पूरी ताकत झोंकनें में लगा हुआ है लेकिन सफलता अभी भी रूस से बहुत दूर है।
फिलहाल,यूक्रेन को हर तरह की भारी सप्लाई व अपार जन समर्थन का भरपूर सहयोग मिल रहा है तो वहीं रूस अब अलग-थलग पड़ता जा रहा है,ऐसा लगने लगा है कि लड़ाई जल्द खत्म नहीं हुई तो आने वाले दिनों में कुछ भी हो सकता है।