एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

रूस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग के चौथे दिन दोपहर बाद नरम दिखे पुतिन,दिया बातचीत का आॅफर,यूक्रेन ने बातचीत के लोकेशन को लेकर जताई आपत्ति,भारत बन सकता है मध्यस्थ,सीक्रेट ऑपरेशन ने पुतिन के इस मिलीट्री आॅपरेशन को करार दिया था बड़ी सैन्य भूल – चंद्रकांत मिश्र/सतीश उपाध्याय

कीव/मॉस्को। रूस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग के चौथे दिन दोपहर बाद पुतिन नरम पड़ने लगे हैं,इसीलिए बातचीत का आॅफर दिये है लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने साफ कर दिया है कि वह भी शांति के पक्षधर है और बातचीत करना चाहते हैं लेकिन बेलारूस में नहीं,कहीं और चूंकि पुतिन ने बातचीत के लिए रूसी प्रतिनिधि मंडल के जरिए बेलारूस में बातचीत करना चाहते थे लेकिन यूक्रेन ने साफ इंकार करते हुए किसी और देश में बातचीत पर सहमति दिये है, अब ऐसे में विशेषज्ञों का अनुमान है कि भारत हीं मध्यस्थ बन सकता है और बातचीत नई दिल्ली में हो सकता है,चूंकि नाटों और अमेरिकी एलाएंश के देशों के बीच रूस का इस जंग को लेकर माहौल बेहद तनावपूर्ण है इसलिए अनुमान है कि भारत हीं लीड करेगा,और बातचीत का लोकेशन नई दिल्ली होगी।

दरअसल,यूक्रेन पर हमला करने के बाद पूरी दुनिया में पुतिन को भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है,तो वहीं अमेरिका सहित पूरा नाटों गठबंधन भी तमाम तरह के प्रतिबंधों के साथ रूस का भारी खिलाफ़त कर रहे हैं और इसके साथ पूरी एकजुटता के साथ यूक्रेन के साथ खड़े है,इसी कड़ी में नाटों पीछे के रास्ते और सामने से भी यूक्रेन को भारी मदद पहुंचा रहा हैं,जिस वजह से यूक्रेन भारी आत्मविश्वास के साथ दुश्मन का सामना कर रहा है,जिस वजह से रूस को भी भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है,कहने को भले ही रूसी फौज कीव के पास पहुंच गई है इसके अलावा कुछ शहरो पर कब्जा भी कर चुकी है लेकिन अभी भी रूसी फौज को यूक्रेन की सेना द्वारा कई फ्रंट पर भारी जवाबी कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है,वहीं यूक्रेन के आम नागरिक भी यूक्रेन की सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दुश्मन का सामना कर रहे है,जिस वजह से रूसी फौज के सामने कीव पर पूरी तरह से कब्जा करना आसान नहीं लग रहा है। हालांकि कीव पर रूस द्वारा अभी भी लगातार मिसाइल,हवाई और टैंकों से फायर झोंका जा रहा है,जिसमे यूक्रेन को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है,लेकिन यूक्रेन पूरे दमदारी के साथ कई मोर्चे पर डंटा हुआ है।

हालांकि, सीक्रेट ऑपरेशन न्यूज पोर्टल समूह ने बीते रात में हीं साफ कर दिया था कि अमेरिका और नाटों रूसी फौज को ट्रैप करने का पहले ही सीक्रेट प्लान कर चुके थे जिसे किसी खास सीक्रेट-ऑपरेशन के तहत अंजाम दिया जा रहा है अब ऐसे में साफ दिखने लगा है,फिलहाल रूस अभी कीव पर हमला जारी रखा हुआ है,लेकिन अब लग रहा है कि जल्द ही दोनों पक्ष बातचीत के टेबल पर लौटेंगें।

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