कीव/मॉस्को/लंदन। रूस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग के पांचवें दिन भारतीय समयानुसार तड़के सुबह 3 बजे तक अन्य कई तरह की रिपोर्ट सामने आई है जिसमें बताया गया है कि दोनों देशों के बीच एक दौर का बातचीत बेनतीजा रहा,वहीं इस दौरान दोनों देशों के बीच यह तय हुआ था कि बातचीत के दौरान सीजफायर रहेगा,हालांकि इस पर अमल जारी रहा,तो वहीं रूसी मीडिया ने रिपोर्ट किया है कि रूसी फौज पर यूक्रेन की सेना ने केमिकल अटैक किया है जिस वजह से रुसी सेना की बड़ी कैजुअलटी हुई है,हालांकि आंकड़ों की ठीक ठीक पुष्टि नहीं हो पा रही है,उधर कीव में एडवाइजरी जारी की गई है कि रूस,कीव पर केमिकल हथियारों से घातक हमला कर सकता है, इसके लिए लोगों को विशेष ऐतिहात बरतने के लिए कहा गया है। वहीं कीव तक जमीनी कब्जा करने से दूर रूसी फौज अभी भी संघर्षरत
है तो ऐसे में पुतिन ने रूस की परमाणु फोर्स को अलर्ट जारी कर दिया है, पुतिन के इस हरकत पर अमेरिका ने कड़ी आपत्ति जताते हुए बयान दिया है कि पुतिन डराने की कोशिश कर रहे हैं।
इस दौरान ब्रिटेन ने कहा है कि जो भी नागरिक यूक्रेन के साथ लड़ाई में शामिल होना चाहते हैं उनकी पूरी मदद होगी, तो वहीं यूक्रेन के विदेश मंत्री ने भी पूरी दुनिया को ट्वीटर के माध्यम से संदेश दिया है कि जो भी विदेशी नागरिक या स्वयंसेवी लोग यूक्रेन के साथ रूसी सेना का मुकाबला करना चाहते हो वे लोग तत्काल अपने-अपने देशों में स्थित यूक्रेन के अंबैसी से संपर्क करें।
उधर,UN में रूस के खिलाफ हो रही वोटिंग में 15 में से 11 वोट रूस के खिलाफ पड़े इस दौरान पहले के ही तरह भारत वोटिंग में हिस्सा न लेकर साफ कर दिया कि वह निष्पक्ष है।
हालांकि इस वोटिंग का कोई अर्थ नहीं है लेकिन नाटों,रूस के खिलाफ पूरी दुनिया में विरोध का एक माहौल बनाना चाहते हैं,जो कि काफी हद तक सफल होता दीख रहा है, ऐसे में पुतिन के खिलाफ रूस के भीतर भी जोर शोर से आवाजे उठनी शुरू हो गई है।
वहीं पुतिन की आक्रामकता से लग रहा है कि नाटों से पहले नाटों देशों पर पुतिन ही हमला कर सकते हैं,क्योंकि जिस तरह से लगातार नाटों द्वारा यूक्रेन को तमाम मदद पहुंचाई जा रही है जो कि सीधे-सीधे रूस को चुनौती देने के समान है तो अब ऐसे में रूस की मजबूरी है नाटों पर हमला करना जो कि कभी भी हो सकता है,हालांकि नाटों भी पूरी तैयारी के साथ सतर्क एवं सावधान है। अब ऐसे में इतना जरूर साफ है कि नाटों का लड़ाई में शामिल होना मतलब तीसरा विश्वयुद्ध का आगाज, चूंकि बाइडेन ने साफ कर दिया कि यदि लड़ाई में हम शामिल होते हैं तो विश्वयुद्ध हो जाएगा, अब ऐसे में जो हालात है वो भयावह है,लेकिन होनी को कौन रोक सकता है ? लेकिन हालात साफ बता रहे हैं कि विश्वयुद्ध अब कभी भी हो सकता है।