कीव/वाशिंग्टन/मॉस्को। रुस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण लड़ाई के पांचवें दिन रात के 10 बजे तक की जो रिपोर्ट सामने आई वह बेहद डरावना व अत्यंत तनावयुक्त है,कीव को चारों तरफ से घेरकर रूसी फौज हमला जारी रखे हुई है,इसके साथ हवाई व मिसाइल हमला भी जारी रहा जिसके बाद दोपहर में हमलों में कमी देखी गई दरअसल,दोपहर बाद दोनों देशों के प्रतिनिधियों की बेलारूस में बातचीत चल रही है।
वहीं यूक्रेन के तरफ से कहा गया कि बातचीत के दौरान खारकीव में मिसाइल हमला किया गया है जिसमें कई आम नागरिकों की मौत हो गई है।
इसके बाद यूक्रेन की तरफ से कहा गया है कि यूक्रेन के लिए अगले 24 बहुत अहम है इस दौरान कीव के नागरिकों को कहा गया है कि ऐतिहातन लोगों को घरों में और बंकरों में ही रहना होगा। हालांकि कई मोर्चों पर यूक्रेन की मिलीट्री भी रूसी हमलें की करारा जवाब दे रही है।
इसी क्रम में कहा जा रहा है कि यूक्रेन अब इंटरनेशनल आर्मी बनाने जा रहा है जिस क्रम में बीते रविवार को ही पूरी दुनिया में संदेश भेज दिया गया है कि जो भी विदेशी नागरिक या स्वयंसेवी लोग यूक्रेन के साथ लड़ाई में शामिल होना चाहते वे तुरंत अपने देशों में स्थित यूक्रेन की अंबैसी से संपर्क करें।
वहीं यूएनजीए में विशेष आपात सत्र के दौरान यूक्रेन के प्रतिनिधि ने कहा कि आज की तारीख तक हमारे पक्ष के 352 लोग मारे जा चुके हैं और इनमें 16 बच्चे भी शामिल हैं। रूस की ओर से लगातार किए जा रहे हमलों के चलते यह संख्या भी बढ़ रही है।
वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने फ्रांस के समकक्ष इमैनुएल मैक्रों से बात की। पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन संकट का समाधान तभी संभव है जब रूस के सुरक्षा हितों पर विचार किया जाए।
इसी कड़ी में संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने यूएनजीए के विशेष आपात सत्र में कहा कि मानवीय सहायता महत्वपूर्ण है लेकिन यह समाधान नहीं है। समस्या का समाधान केवल शांति के जरिए संभव है। मैंने यूक्रेन के राष्ट्रपति को आश्वासन दिया है कि हम उनकी मदद जारी रखेंगे और उन्हें अकेला नहीं छोड़ेंगे। हम उन्हें मानवीय मदद उपलब्ध कराएंगे।
यूएनजीए के इस आपात सत्र के दौरान संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि हिंसा को बढ़ावा देने का मतलब आम नागरिकों की जान लेना है। अब बहुत हो चुका है। सैनिकों को अपनी बैरकों में वापस लौटने की आवश्यकता है।
यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) का विशेष आपात सत्र आयोजित हो रहा है। यहां यूएनजीए ने कहा कि हम सभी पक्षों की ओर से तत्काल युद्ध विराम, संयम और वार्ता शुरू करने की मांग करते हैं।
वहीं रूस को फीफा वर्ल्डकप से बाहर किया जा सकता है
फुटबॉल संगठन फीफा रूस को विश्वकप से बाहर करने पर विचार कर रहा है।
इसी दौरान यूरोपीय संघ (ईयू) के उच्च प्रतिनिधि और उपाध्यक्ष जोसेप बोरेल फोंटेलेस ने कहा है कि ईयू यूक्रेन को सैन्य सहायता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उधर भारत की तरफ से यूक्रेन को मेडिकल व अन्य मानवीय सहायता भेजने की रिपोर्ट सामने आई है।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि रूस ने भारतीय मीडिया की कवरेज को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है इस दौरान रुस की तरफ से कहा गया है कि रुस द्वारा यह एक मिलीट्री आॅपरेशन है ना कि युध्द लेकिन भारतीय मीडिया इसे सीधे युध्द करार दें रही है बेहतर होगा कि तथ्य परक से कवरेज की जानी चाहिए।
इसी कड़ी में यह भी रिपोर्ट सामने आई है कि पुतिन अपने परमाणु फोर्स को अलर्ट पर कर दिये है साथ ही टारगेट भी तय कर दिये गए हैं जो कि एक भयावह रिपोर्ट है लेकिन रूस की तरफ से कहा जा रहा है कि परमाणु हमला करने की पहल रूस नहीं करेगा।
उधर यह भी कहा जा रहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति कीव छोड़ चुके हैं और वह जो विडियो जारी कर रहे हैं वह पुराना विडियो है जिसमें तारीख व समय बनाया गया है।
कुल मिलाकर यह साफ हो गया है कि अमेरिका,नाटों के साथ-साथ इनके समर्थित देश भी इस समय यूक्रेन के पक्ष में तेजी से खड़े होते दीख रहे हैं और इस दौरान रुस पर और भी कड़े प्रतिबंधों का हमला जारी है तो ऐसे में रूस की तरफ से भी पलटवार जारी है,फिलहाल यह लड़ाई जल्द शांति में परिवर्तित नहीं हुई तो दुनिया बहुत जल्द तीसरे विश्वयुद्ध की गवाह बनने जा रही है।