इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट

रूस-यूक्रेन जंग के बीच बेहद हैरान करने वाली रिपोर्ट आई सामने, दावा किया जा रहा है कि युध्द के शुरू होते ही जेलेंसकी के उपर रूसी कमांडो फोर्स ने हमला कर दिया था, यूक्रेन के फौजी जवानों ने बचाई थी जान – सतीश उपाध्याय/अमरनाथ यादव

कीव/मॉस्को। रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग 64 दिनों से उपर हो चला है,इस दौरान भारी त्रासदी का सामना कर रहे यूक्रेन से शुक्रवार को एक बेहद चौंकानें वाली रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें दावा किया गया है कि इस साल के बीते 24 फरवरी को जब रूस ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध शुरू किया तो उसी समय यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंसकी और उनके परिवार पर रूसी कमांडो फोर्स द्वारा एक घातक हमले को अंजाम दिया गया था,जहां इस दौरान बड़ी मुश्किल से जेलेंसकी और उनका परिवार अपनी जान बचाने में सफल रहा। बता दें कि इस हमलें के बाद ही जेलेंसकी यूक्रेन की सेना और आम लोगों का हौसला बढ़ाने के लिए कीव की सड़कों पर टहलते हुए एक विडियो शूट किये थे जहां उसे वायरल किया गया।

बताया जा रहा है कि रूस-यूक्रेन जंग के युध्द के पहले दिन ही रूसी स्पेशल फोर्सेज की किलर टीम को जेलेंसकी और उनके परिवार की हत्या या उन्हें पकड़ने का टास्क दिया गया था,जहां इस घातक आॅपरेशन को अंजाम देने के लिए रूसी कमांडो फोर्स यूक्रेन की राजधानी कीव में पैराशूट से उतारे गये थे। फिर उसी शाम को रूसी स्पेशल फोर्सेज ने राष्ट्रपति आवास में घुसने के दो बार प्रयास किए। उस समय जेलेंस्की अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ राष्ट्रपति भवन के अंदर ही मौजूद थे। हालांकि, उनकी सुरक्षा में तैनात यूक्रेनी सेना के कमांडो यूनिट ने रूस के इस आॅपरेशन को नाकाम कर दिया और रूसी स्पेशल फोर्सेज को शहर से बाहर भागने पर मजबूर कर दिया।

दावा है कि रूसी कमांडो के इस हमले के दौरान जेलेंस्की और उनके सुरक्षाकर्मियों को जो कुछ भी मिला,उसके जरिए उन्होंने दरवाजे और खिड़कियों को जाम कर दिया। सभी ने बुलेट प्रूफ जैकेट पहने और हाथों में आटोमेटिक हथियार लेकर अंदर पोजीशन संभाल लिया। लेकिन, यूक्रेनी सैनिकों ने बाहर से ही रूसी कमांडो यूनिट को खदेड़ दिया। जिसके बाद जेलेंस्की पहली बार कीव की सड़कों पर उतरे और रात के अंधेरे में अपने सलाहकारों के साथ एक प्रसिद्ध वीडियो शूट किया था। इस वीडियो में उन्होंने कहा था कि हम सब यहां हैं। हमारी सेना यहां है। समाज में नागरिक यहां हैं। हम सब यहां अपनी आजादी, अपने देश की रक्षा कर रहे हैं, और यह इसी तरह चलता रहेगा।

इस बीच यह भी साफ किया गया कि हमले के दौरान जेलेंसकी के सलाहकारों और गार्डों ने राष्ट्रपति के महल से भागकर सुरक्षित बंकर तक जाने का अनुरोध किया था। लेकिन उन्होंने अपने सलाहकारों और सुरक्षाकर्मियों की सलाह को अनसुना कर दिया। उसी समय हमले की जानकारी मिलते ही अमेरिका और ब्रिटेन ने उन्हें पूर्वी पोलैंड तक सुरक्षित पहुंचाने का ऑफर दिया था,जहां से वह एक निर्वासित यूक्रेनी सरकार को चला सकते थे,लेकिन उन्होंने इसे भी अस्वीकार कर दिया। इसी ऑफर के बाद अमेरिकी सांसदों के साथ बातचीत में जेलेंस्की ने कहा था कि मुझे गोला-बारूद चाहिए, सवारी नहीं।

गौरतलब है कि पिछले दो महीने से रूस यूक्रेन को निशाना बनाते हुए लगातार भीषण हमलों को अंजाम दे रहा है,जहां इस भीषण जंग के दौरान यूक्रेन के कई हिस्सों में भारी त्रासदी देखने को मिल रही है। वहीं यूक्रेन के काउंटर अटैक में रूस को भी भारी नुकसान पहुंचा है। जिसमें रूसी फौज के कई अनुभवी जनरल मार दिये गए,इसके साथ ब्लैक सी में तैनात रुसी युद्धपोत भी नष्ट हो गया, जो कि रुस के लिए अब तक के नुखसानों बड़ा नुकसान था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *