रूसी टैंक दस्ता (फाइल फोटो)
कीव/लंदन। रूस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण लड़ाई का आज 35वां दिन है। जहां इससे पहले दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को इस्तांबुल में शांति वार्ता में भाग लिए थे,इस दौरान दोनों पक्षों की तरफ से शांति की दिशा मे प्रगति को स्वीकार किया था जिसमें कीव और चेर्नीहीव पर हमले कम करने को लेकर सहमति बनी थी। लेकिन,चेर्नीहीव के मेयर ने बुधवार को कहा कि वादे के बाद भी रूस ने शहर पर हमले कम नहीं किए हैं। वहीं,ब्रिटेन की तरफ से भी दावा किया गया है कि रूस ने अपने सैनिकों को केवल उन्हें फिर से व्यवस्थित करने के वापस बुलाया था और वह हमले कम नहीं करने वाला है।
बताते चले कि यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि शांति वार्ता को देखते हुए हमले रोकने का वादा करने वाले रूस के सैनिक चेर्नीहीव शहर पर लगातार हमले कर रहे हैं। मंत्रालय ने कहा कि हमने कुछ हद कर कीव और चेर्नीहीव के आस-पास से सैनिकों की वापसी होते देखी थी, लेकिन सभी की वापसी नहीं हुई है।
तो वहीं ब्रिटिश खुफिया एजेंसियों ने कहा है कि रूसी फौज यूक्रेन में रुकने वाली नहीं है और वह यहां के शहरों पर मिसाइल हमले और तेज करेगी,यह भी दावा किया गया कि रूसी सैनिकों की बेलारूस तक वापसी केवल उन्हें फिर से व्यवस्थित करने के लिए की गई थी।
इसी कड़ी में चेर्नीहीव के मेयर व्लादिस्लाव अट्रोशेंको ने कहा है कि रूस ने अपने सैन्य अभियान को धीमा करने का वादा करने के बावजूद चेर्नीहीव पर हमले तेज किए हैं। उन्होंने कहा कि यह इस बात का एक और सबूत है कि रूस झूठ बोलता है। वो कह रहे हैं कि हमले कम किए जाएंगे, लेकिन असलियत यह है कि हमले और तेज हुए हैं।
कुल मिलाकर यह साफ होता दिख रहा है कि रूस अब रूकने वाला नहीं है और वह अपने टास्क को हर हाल में पूरा करने पर अमादा है इसके लिए उसे कुछ भी करना होगा वह करेगा,बताया जा रहा है कि आर्कटिक क्षेत्र में नाटों ड्रिल को देखते हुए रूसी फौज भी आर्कटिक में पहुंच चुकी है यही नहीं रूस के युद्धपोत और पनडुब्बीया भी वहां गश्त कर रही है जिससे नाटों सेना और भी सशंकित हो गई है,इधर भावी खतरे की आहट में पोलैंड ने भी इस समय तेजी से नवयुवको को अपनी सेना में भर्ती करा रहा है। इससे साफ हो गया है कि आगे हालात और भी बिगड़ेंगें जिससे परिणिती भयानक हो सकती है।