इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट

श्रीलंका में जारी भीषण त्रासदी के बीच एक और हड़कंप मचाने वाली रिपोर्ट आई सामने,दावा किया गया है कि श्रीलंका में “लिट्टे” किसी बड़े हमले की रच रहा है साजिश, तमिलनाडु में भी जारी किया गया अलर्ट – राकेश पांडेय/रविशंकर मिश्र


सांकेतिक तस्वीर।

नई दिल्ली/कोलंबो। पिछले कुछ समय से भारी त्रासदी झेल रहे श्रीलंका के उपर एक और बड़ी आफत आने की रिपोर्ट सामने आई है जिसमें भारतीय खुफिया ऐजेंसियों के हवाले से दावा किया गया है कि लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) हमले की प्लानिंग कर रहा है। कहा जा रहा है कि लिट्टे के पुराने कैडर के लोग श्रीलंका में किसी बड़े हमले की साजिश रच रहे हैं।

बता दे कि खुफिया ऐजेंसियों का मानना है कि श्रीलंका में जारी विरोध प्रदर्शनों और हिंसा के बीच प्रतिबंधित संगठन लिट्टे खुद की उपस्थिति दर्ज करवाने की कोशिश में जुटा है। गौरतलब है कि लिट्टे ने अलग तमिल राज्य की मांग को लेकर श्रीलंका के उत्तरी और पूर्वी प्रांतों 30 वर्षों तक सैन्य अभियान चलाया था। वहीं, महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री बने रानिल विक्रमसिंघे ने भी चेतावनी दी है कि अभी आर्थिक संकट और गहराने के आसार हैं।

दरअसल,खुफिया ऐजेंसियों के पास इनपुट है कि लिट्टे की योजना 18 मई को पड़ने वाली मुलिवाइकल वर्षगांठ पर हमला करने की है। लिट्टे कैडर इस दिन को तमिल नरसंहार स्मरण दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इस हमले का मकसद लिट्टे चीफ वेलुपिल्लई प्रभाकरन, न्यूज़रीडर इसाई प्रिया और अन्य नेताओं के हत्या का बदला लेना है। महिंदा राजपक्षे के राष्ट्रपति पर पर आसीन होने के दौरान ही 2009 में श्रीलंकाई सेना ने एक मुठभेड़ में लिट्टे के शीर्ष नेतृत्व को मार गिराने का दावा किया था। हालांकि, तब श्रीलंकाई सेना पर तमिल लोगों के नरसंहार का आरोप भी लगा था।

लिट्टे की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए भारत के तमिलनाडु राज्य में भी अतिरिक्त सतर्कता बढ़ा दी गई है। वहीं,राज्य की खुफिया और स्थानीय पुलिस की विशेष टीमों ने तटीय जिलों में निगरानी और अलर्ट लेवल को बढ़ाया है। तमिलनाडु पुलिस की कोस्टल सिक्योरिटी ग्रुप ने अपतटीय जल क्षेत्र में अपनी चौकसी में इजाफा कर दिया है।

जहां इस दौरान यह भी अलर्ट जारी हुआ है कि समुद्र में जाने वाले मछुआरों को किसी भी संदिग्ध गतिविधि के दिखने पर चेतावनी देने की सलाह दी गई है। अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में भी किसी गतिविधि के संदिग्ध नजर आने पर संबंधित अधिकारियों को खबर देने को कहा गया है। सूत्रों ने बताया कि तटीय सुरक्षा एजेंसियों से कहा गया है कि वे भारत में श्रीलंकाई नागरिकों की घुसपैठ को रोकें। समुद्र से जुड़े जिलों के पुलिस अधीक्षकों से कहा गया है कि वे समुद्र की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर वाहनों की सघन जांच के लिए सुरक्षा चौकियों को भी मजबूत करने को कहा गया है।

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