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इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कई दिनों से जारी सियासी तूफान के बीच रविवार को पाकिस्तानी संसद में अपनी कुर्सी बचाने के लिए इमरान खान ने ऐसी चाल चली जो कि समूचे पाकिस्तान के साथ साथ दुनिया वे देश भी दंग रह गए जो पाकिस्तान में रूचि रखते हैं। वहीं जानकारों का मानना है कि भले ही इमरान खान बड़े चतुराई से विपक्षियों को मात दे दिये,लेकिन इमरान खान की यह हरकत कही पाकिस्तान पर भारी न पड़ जाए,चूंकि अब पाकिस्तान में गृहयुद्ध की आशंका बढ़ गई है,इधर इस मसले को देश का सुप्रीम कोर्ट ने स्वत:संज्ञान लेते हुए अटॉर्नी जनरल को नोटिस भेजकर सुनवाई कल तक के लिए टाल दिया है। तो वहीं विपक्षी दलों ने पाक संसद को कब्जे में लेकर अपने नेता शहबाज शरीफ को देश का पीएम घोषित कर दिया है।
इस दौरान पाकिस्तान नेशनल असेंबली भंग किए जाने के खिलाफ बोलते हुए विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने कार्यवाहक प्रधानमंत्री इमरान खान पर देश को विभाजित करने और देश को गृहयुद्ध की ओर धकेलने की कोशिश” करने का आरोप लगाया है।
जहां इसी घटनाक्रम में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने भी इमरान पर इसी तरह का आरोप लगाया है और कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह पराजित व्यक्ति (इमरान) शांति भंग करने के प्रयास कर रहा है। उधर, शहबाज ने आरोप लगाया कि सरकार अविश्वास प्रस्ताव की संवैधानिक प्रक्रिया का उल्लंघन करने की साजिश रच रही है।
तो वहीं पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने भी सरकार को माफिया बताते हुए उसके इस हरकत की आलोचना की है। मरियम ने ट्वीट करते हुए लिखी कि उनके चेहरों को याद रखें। यह वह माफिया समूह है,जिसने इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के संविधान पर हमला किया है और उसे निरस्त किया है। उन सभी पर अनुच्छेद-6 के तहत मुकदमा चलाया जाना चाहिए। उन्होंने आगे भी कहा कि किसी को भी अपनी सत्ता बचाने के लिए देश के संविधान को विकृत करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। अगर इस पागल और जुनूनी व्यक्ति को इस अपराध के लिए दंडित नहीं किया जाता है, तो आज के बाद इस देश में जंगल का कानून लागू होगा। इस दौरान पाक फौज ने खुद को न्यूटल साबित करने की कोशिश की,लेकिन जानकार फौज के इस मूवमैंट को दिखावटी मान रहे हैं यानि फौज इमरान खान की इस हरकत से संतुष्ट नहीं है।
बताते चले कि पाकिस्तान में पिछले कई दिनों से भारी सियासी तूफान मचा हुआ है,जहां इस दौरान रविवार को सदन में इमरान सरकार के खिलाफ विपक्षियों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया जिसे सदन के डिप्टी स्पीकर ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि इस अविश्वास प्रस्ताव के पीछे “विदेशी साजिश” है इसलिए इस प्रस्ताव को खारिज किया जाता है तथा देश में 90 दिनों के भीतर आम चुनाव कराना है,जहां इस दौरान कैबिनेट के साथ-साथ सदन को भी भंग किया जाता है,लिहाजा कार्यवाहक प्रधानमंत्री के पद पर इमरान खान बने रहेंगे।
डिप्टी स्पीकर के इस फैसले के बाद समूचे विपक्ष के साथ-साथ पूरा पाकिस्तान सरप्राईज हो गया। अब ऐसे में एक तरफ इमरान खान खुश दिखाई दे रहे हैं तो वहीं विपक्ष सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ हर मोर्चे पर इमरान खान के साथ टकराव करना चाहता है,जिससे पाकिस्तान में गृहयुद्ध की संभावना बढ़ती दिख रही है।