फाईल फोटो, साभार- (सोशल मीडिया)
कीव/मॉस्को। रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण लड़ाई के आज 26वें दिन की सुबह है,इस दौरान अब तक रूस के भीषण बमबारी से यूक्रेन के कई शहर भयानक रूप से बर्बाद हो चले है,वहीं 30 लाख यूक्रेन के सीविलियन देश छोड़ चुके हैं,युध्द की लगातार भीषण त्रासदी झेलते हुए भी यूक्रेन अभी भी दुश्मन के खिलाफ सभी फ्रंट पर जबरदस्त काउंटर अटैक कर रहा है,जिस वजह से दुश्मन का भी भारी नुकसान हो रहा है,इस जंग में रूस के करीब टाप लेवल के 5 जनरलों की भी मौत हो चुकी है,जो कि रूस के लिए अब तक का यह बड़ा नुकसान है। लड़ाई में आशानुसार परिणाम न मिलने से गुस्साई रूसी फौज अब इतनी क्रूरता पर उतर गई है कि वह मौका मिलने पर सिविलियन को भी टारगेट करने से नहीं चूंक रही है,यही वजह है यूक्रेन में अब तक जितनी भी बिल्डिंग रूसी फौज की शिकार हुई है वो सब के सब अधिकांश सीविलियन बिल्डिंग है।
बता दें कि इसी घटनाक्रम के कड़ी में “सीक्रेट-ऑपरेशन” न्यूज पोर्टल समूह ने लड़ाई के शुरूआत में दावा किया था कि यूक्रेन इतना सरल टारगेट नहीं है कि जिसे आसानी से रूसी फौज निशाना बनाने में सफल हो जायेगी,जबकि जंग के शुरुआत में हीं दुनिया भर के तमाम मीडिया हाउस और तमाम मिलीट्री एक्सपर्ट टीवी स्टूडियो में बैठकर सिर्फ एक ही दावा किये जा रहे थे कि यूक्रेन बस कुछ दिनों का मेहमान है,यानि यूक्रेन हार जायेगा। साफ कर दें कि इसी दौरान लड़ाई शुरू होने के मात्र कुछ हीं दिन पहले रूसी फौज की एक 64 किलोमीटर की मिलीट्री काॅनवाई ट्रेस हुई जिसकी कुछ सेटेलाईट ईमेज भी सामने आई जिसे देखते ही दुनिया भर के तमाम मीडिया हाउस एवं बड़े-बड़े एक्स.जनरलों ने दावा करना शुरू कर दिया कि यूक्रेन की राजधानी कीव आने वाले 2 मार्च की सुबह नहीं देख पायेगा,लेकिन सीक्रेट ऑपरेशन न्यूज पोर्टल समूह ने इन सभी तथाकथित दावों को खारिज करते हुए दावा कि 2 मार्च का सुबह हर हाल में यूक्रेन देखेगा और आने वाले वक्त में वह सूरज देखेगा,जहां लड़ाई का आज 26वां दिन है और अभी तक यूक्रेन पूरी ताकत के साथ दुश्मन का मुकाबला भी कर रहा है,और जबरदस्त नुकसान भी पहुंचा रहा है,हालांकि इस दौरान यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर रूसी फौज ने कब्जा करने का दावा ठोका है लेकिन असलियत अभी भी यूक्रेन के हीं पक्ष में दीख रही है। जिस वजह से संबंधित न्यूज पोर्टल “सीक्रेट-ऑपरेशन” का दावा सही साबित हुआ और तमाम अनुभवी मीडिया हाउस व तमाम अन्य संस्थानों के सभी दावे झूठे साबित हुए। फिलहाल,रूसी सेना की वह मिलीट्री काॅनवाई अभी कहां है ? इसकी पुष्ट रिपोर्ट अभी तक सामने नहीं आई है।
इसी क्रम में “सीक्रेट-ऑपरेशन” न्यूज पोर्टल अपने दावें को दोहराते हुए एक बार फिर दावा कर रहा है कि रुस हवाई हमलें और मिसाइल अटैक द्वारा यूक्रेन के उपर काफी हद तक बढ़त तो बना सकता है लेकिन जमीनी लड़ाई में रूस अभी भी अपने दुश्मन के मुकाबले कमजोर ही साबित रहा है,और जब भी रूस जमीनी लड़ाई में उतरेगा उसे यूक्रेन के काउंटर अटैक का शिकार होना पड़ेगा,जहां इस दौरान यूक्रेन, रूस पर भारी पड़ेगा। दरअसल, दुश्मन से दो-दो हाथ करने के लिए यूक्रेन अपने सभी सहयोगी देशों से जरूरत के अनुसार सप्लाई पा रहा है,और हवाई हमलें के दौरान सभी यूक्रेन के लोग सुरक्षित मिलीट्री बंकरों में छिपे रहते हैं और जैसे हीं मौका मिलता है रूस को भारी नुकसान पहुंचाने की नियत से जबरदस्त काउंटर अटैक करता है। यहीं बड़ी वजह है कि रूस अभी भी टारगेट तक नहीं पहुंच सका है। और आगे भी संभावना न के बराबर लगती है।
वहीं इस जंग की कड़ी में यूक्रेन सरकार ने भी दावा किया है उसके साथ जंग में रूसी सैनिकों को बड़ी संख्या में नुकसान हुआ है। सरकार के दावों के मुताबिक, अब तक 14700 सैनिक मारे जा चुके है। इसके अलावा 96 एयरक्राफ्ट, 118 हेलिकॉप्टर, 476 टैंक, 21 यूएवी, 1487 सैन्य वाहन, 44 एंटी एयरक्राफ्टों को नष्ट किया जा चुका है।