सांकेतिक तस्वीर।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ को लेकर पाक फौज में फूट पड़ने के संकेत सामने आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि नए आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर के अपॉइंटमेंट से खफा दो सीनियर जनरल ने पद छोड़ने का फैसला किया है। खास बात ये है कि ये दोनों ही जनरल पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बेहद करीबी हैं।
इनमें से एक लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद इमरान सरकार के दौर में ISI के चीफ थे। उन्हें आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने इस पोस्ट से हटा दिया था। दूसरे अफसर का नाम लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास है। वो भी इमरान के चहेते हैं। वहीं,कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ और सीनियर अफसर भी जल्द ही पाक फौज के अपने पदों को छोड़ सकते हैं।
दरअसल,शाहबाज शरीफ सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मुनीर को पाक फौज का चीफ बनाने का फैसला किया है। खास बात यह है कि मुनीर 27 नवंबर को रिटायर होने वाले थे। उन्हें लेफ्टिनेंट जनरल से फोर स्टार रैंक पर प्रमोट करते हुए जनरल बनाया गया। इसके बाद तीन साल का एक्सटेंशन देते हुए आर्मी चीफ बना दिया गया। बता दे कि यह पूरी तरह से सियासी पोस्टिंग है।
इसकी वजह यह है कि आसिम मुनीर इमरान के सख्त विरोधी हैं। अगस्त 2018 में जब इमरान प्रधानमंत्री बने तो उस वक्त मुनीर ISI चीफ थे। उन्होंने कथित तौर पर इमरान को बताया था कि उनकी पत्नी बुशरा बीबी, उनके पहले पति और दोस्त फराह खान करप्शन कर करोड़ों रुपए कमा रहे हैं।
इमरान ने बजाय इस पर लगाम कसने के, आसिम मुनीर को ही ISI चीफ पद से हटा दिया। इसके बाद से ही खान और मुनीर के रिश्ते तल्ख होते चले गए। शाहबाज शरीफ ने इसका सियासी फायदा उठाया और मुनीर को आर्मी चीफ बना दिया।
मालूम हो कि भारत के पुलवामा में वर्ष 2019 में हुए आतंकी हमलें के दौरान पाकिस्तानी ऐजेंसी का चीफ यही आसिम मुनीर हीं था।