
पाक एजेंसी का चीफ नदीम अंजुम,फोटो साभार-(सोशल मीडिया)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की जासूसी को लेकर इस समय इस्लामाबाद में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि इमरान खान के करीबी आईएसआई के एक्स.चीफ जनरल फैज ने अपने करीबी सैन्य अधिकारी मेजर अर्सलान की मदद से शहबाज शरीफ की बातों को रेकॉर्ड कराया था। चूंकि,यह सैन्य अधिकारी इमरान खान के समय में पीएम का एडीसी बनाया गया और शहबाज शरीफ के सत्ता संभालने के बाद भी वही बना रहा। वहीं, पाकिस्तानी ऐजेंसी के नदीम अंजुम ने इस जासूसी कांड में भारतीय ऐजेंसी रॉ को जिम्मेदार ठहराया है।
बता दे कि मेजर अर्सलान हीं जो कि शहबाज शरीफ का एडीसी था वह एक खुफिया फोन के जरिए शहबाज शरीफ की बातों को रेकॉर्ड कर रहा था। बाद में वह इसे लेफ्टिनेंट जनरल फैज को भेजता था। शहबाज का ऑडियो लीक होने पर आईएसआई का चीफ नदीम अंजुम ने इसकी जांच करवाई तो मेजर अर्सलान पकड़ में आ गया। जहां पूछताछ में अर्सलान ने लेफ्टिनेंट जनरल फैज का नाम बताया।
इससे पता चला कि जिस फोन से जासूसी हो रही थी, उसके तार बहावलपुर से जुड़े थे जहां तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल फैज कोर कमांडर थे। इमरान और फैज ने शहबाज की जासूसी कराने के लिए एडीसी की मदद ली। इसके जासूसी में पीएम ऑफिस के कई अन्य कर्मचारी भी फंसे हैं। बता दे कि इस पूरे मामले का खुलासा पाकिस्तानी पत्रकार उमर चीमा और एजाज सैयद ने किया है।
जहां अब इस जासूसी कांड में भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। पाकिस्तानी पत्रकारों ने कहा है कि इस जासूसी के लिए रिटायर जनरल फैज के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए थी लेकिन उन्हें जनरल बाजवा ने बचा लिया। मालूम हो कि शहबाज शरीफ इस ऑडियो में मरियम नवाज के रिश्तेदार के भारत से मशीनों के आयात के बारे में बात कर रहे हैं। वहीं,इस ऑडियो के लीक हो जाने के बाद इमरान खान ने भारत के साथ रिश्ते को लेकर शहबाज शरीफ पर हमला बोला था। हालांकि, यह कोई पहला मौका नहीं है जब भारतीय ऐजेंसियों को टारगेट किया गया हो,क्योंकि इससे पहले भी पाकिस्तान राॅ को निशाना बनाता रहा है।
