सांकेतिक तस्वीर,साभार-( यूक्रेन के डिफेंस मिनिस्ट्री के ट्वीटर से)
मॉस्को। पिछले 11 महिनों से यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ रहे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सेकेंड इन कमांड के रूप में मशहूर और पुतिन के सबसे ज्यादा करीबी माने जाने वाले दिमित्री मेदवेदेव ने पश्चिमी देशों को अब तक की सबसे ख़तरनाक धमकी देते हुए कहा है अगर उन्होंने(नाटो)यूक्रेन को हथियार भेजना बंद नहीं किया तो तबाही मच सकती है। उन्होंने टेलिग्राम पर पोस्ट किया कि पारंपरिक युद्ध में परमाणु शक्ति संपन्न देश की हार से परमाणु युद्ध शुरू हो सकता है। परमाणु शक्तियों ने उन बड़े संघर्षों को कभी नहीं खोया है जिन पर उनका भाग्य निर्भर करता है। अगर पश्चिमी देशों के राजनेताओं के पास थोड़ी सी भी बुद्धि है तो उन्हें यह स्पष्ट होना चाहिए।
इस बीच रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने भी स्पष्ट किया है कि परमाणु युद्ध पर मेदवेदेव की टिप्पणी मॉस्को के परमाणु सिद्धांत के अनुरूप थी। दरअसल,मेदवेदेव ने नाटों नेताओं को धमकी देते हुए कहा कि उन्हें यूक्रेन की मदद करने की अपनी नीति के जोखिमों के बारे में सोचना चाहिए। बता दे कि शुक्रवार को रूस को हराने के पश्चिम के प्रयासों के लिए रणनीति और समर्थन के बारे में बात करने के लिए नाटों देशों के प्रमुख राजनेता जर्मनी के रामस्टीन एयर बेस पर मिलने वाले हैं।
वहीं,पश्चिमी देशों को आशंका है कि यूक्रेन में जाड़े का मौसम बीतने के बाद रूसी सेना दोबारा हमले तेज कर सकती है। वर्तमान में रूस सिर्फ चुनिंदा जगहों पर ही हमले कर रहा है। ऐसे में अगला महीना यूक्रेन के लिए भारी होने वाला है। इस बीच अमेरिका ने यूक्रेन को पैट्रियट मिसाइल देने का ऐलान किया है। इसी कड़ी में ब्रिटेन ने यूक्रेन को चैलेंजर-2 टैंक देने की तैयारी की है। इन हथियारों के दम पर यूक्रेनी सेना भी जवाबी कार्रवाई के लिए खुद को तैयार कर रही है।
उल्लेखनीय है कि बीते साल के 24 फरवरी से लेकर अब तक रूसी फौज यूक्रेन के खिलाफ लगातार बेहद खतरनाक हमला जारी रखे हुई है। जहां इस दौरान ऐसे कई अवसर सामने आया कि जिससे ऐसा लग रहा था कि रूस अब किसी भी समय परमाणु हमला कर सकता है। इतना ही नहीं रूस ने उस समय जल, थल और हवा में परमाणु मिसाइलों का टेस्ट करने के साथ-साथ इस टेस्ट का विडियो भी जारी किया था। हालांकि,अभी तक क्रेमलिन परमाणु हमले की धमकी देने तक ही सीमित रहा है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि निकट भविष्य में परमाणु युद्ध कोई असंभव बात नहीं है। मालूम हो कि परमाणु हथियारों का प्रयोग सेकेंड वर्ल्ड वार के दौरान अमेरिका ने जापान के खिलाफ किया था जिसका कि दुष्परिणाम जापानी अभी तक भुगत रहे हैं। वहीं एक अनुमान के अनुसार दुनिया में सबसे अधिक परमाणु बम रूस के पास मौजूद है तब दूसरे स्थान पर अमेरिका के पास है।