इस साल “विजय-दिवस” के अवसर पर रूसी राष्ट्रपति “पुतिन” की मौजूदगी में रूसी फौज द्वारा अपने परमाणु हथियारों व अन्य घातक हथियारों की प्रदर्शनी करने के दौरान, फोटो साभार-(रूसी MOD से)
लंदन/मॉस्को। पिछले एक साल से अधिक हो चले रूस-यूक्रेन जंग के बीच रूस ने नाटों के खिलाफ अब तक का सबसे खतरनाक कदम उठाने का फैसला किया है। क्योंकि,सैटेलाइट तस्वीरों के हवाले से हड़कंप मचाने वाला बड़ा खुलासा सामने आया है,जिसमें दावा किया गया है कि रूस ने नाटों देशों के बॉर्डर के करीब अपने बॉम्बर्स तैनात कर दिया हैं। बता दे कि नाटों के दो सदस्यों नॉर्वे और फिनलैंड की सीमा से सिर्फ 200 किलोमीटर दूर ओलेन्या एयरबेस पर इस समय सैन्य विशेषज्ञों की कड़ी नजरें हैं। इस एयरबेस पर 3500 मीटर रनवे सामान्य रूप से पुराने टीयू-22एम सुपरसोनिक बॉम्बर्स और पुराने रूसी AN-12 ट्रासंपोर्ट एयरक्राफ्ट की लैंडिंग की सुविधा देता है।
दरअसल,मिलिट्री मैगजीन बैरेंट्स ऑब्जर्वर ने रिपोर्ट किया है कि रूस ने अगस्त 2022 में चार टीयू-160 बॉम्बर्स और अक्टूबर में 10 से ज्यादा टीयू-95 बॉम्बर्स तैनात कर दिए थे। इसके अलावा टीयू-160 एयरक्राफ्ट भी यहां पर तैनात किया है। इस बीच विशेषज्ञों का कहना है कि इन बॉम्बर्स को अब आर्कटिक सर्कल के अंदर तैनात किया गया है जो पहले सेराटोव शहर के पास एंगेल्स पर बेस्ड थे। यह जगह यूक्रेन की सीमा से सिर्फ 600 किमी दूर स्थित है। मगर रूस के लिए एक कमजोर एयरबेस कमजोर साबित हुआ।
बता दे कि जब पिछले साल दिसंबर में जब एक ड्रोन हमले में टीयू -95 एयरक्राफ्ट में से दो डैमेज्ड हो गए तो रूस ने एक बड़ा फैसला किया। जहां 13 मई को यूक्रेन की सीमा से करीब 40 किमी दूर ब्रांस्क क्षेत्र में दो रूसी फाइटर जेट्स क्रैश हो गए थे। साथ ही उसी दिन दो एमआई-8 हेलीकॉप्टर भी दुर्घटना का शिकार हो गए थे। अभी भी इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि क्या इन एयरक्राफ्ट को गिराया गया था। वहीं,ओलेन्या एयरबेस से इस हफ्ते नई सैटेलाइट तस्वीरें आई हैं जिनमें यह साफ नजर आता है कि रूस के स्ट्रैटेजिक फोर्स ने यूक्रेने के पड़ोस से दूर उत्तर की तरफ उड़ान भरी थी।
इन सेटेलाईट तस्वीरों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि दक्षिणी हिस्से पर दो टीयू-160 तैनात हैं जबकि 14 टीयू-95 बड़े एयरक्राफ्ट के साथ खड़े हैं। टीयू-22M एयरक्राफ्ट को एयरबेस के उत्तर-पश्चिमी भाग में पार्किंग क्षेत्र में तैनात किया गया है। ये ऐसे एयरक्राफ्ट हैं जिन्हें कम समय में हमले के लिए रवाना किया जा सकता है। यह नॉर्वे और फिनलैंड से सटे देशों को भी अलर्ट करने वाली स्थिति है। इस साल अप्रैल महीने के अंत में, नाटो ने नॉर्वे के फिनमार्क के उत्तर में दो टीयू-160 बॉम्बर्स समेत सात रूसी एयरक्राफ्ट को लैंड कराया था।
ऐसे में अब यह साफ संकेत है कि आने वाले वक्त में नाटों के खिलाफ रूस की तरफ से कड़ी सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया जा सकता है। क्योंकि,जबसे रूस यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ रहा है उसी समय से नाटों और EU पूरी ताकत के साथ यूक्रेन की मदद में जुटे हुए हैं, इतना ही नहीं कई बार तो रुसी सीमा के भीतर भी कई सैन्य कार्रवाई देखने को मिली है। यही कारण है कि अब रूस नाटों और EU के खिलाफ पहले से कही अधिक आक्रामक है। हालांकि, अभी तक रूस इन सभी देशों को सिर्फ धमकी हीं देता रहा है।