रूसी राष्ट्रपति पुतिन, जारी विद्रोह के बीच देश को संबोधित करने के दौरान, फोटो साभार -(रूसी डिफेंस मिनिस्ट्री से)
मॉस्को। रूसी फौज और रूसी डिफेंस मिनिस्टर के खिलाफ वैगनर फोर्स द्वारा जारी बगावत की रिपोर्ट के बीच बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि वैगनर ग्रुप विद्रोह खत्म करने के लिए राजी हो गया है। इस बीच यह भी जानकारी सामने आई है कि मॉस्को की ओर बढ़ रही वैगनर फोर्स अब वापस लौटने की तैयारी में है। हालांकि,क्रेमलिन और वैगनर चीफ की तरफ से अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
इससे पहले लिपेत्सक के गवर्नर इगोर आर्टामोनोव के हवाले से यह दावा किया गया था कि वैगनर ग्रुप क्षेत्र में है,जो कि राजधानी मॉस्को से 400 किमी की दूरी पर है। वहीं,सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो के हवाले से यह बताया गया है कि वैगनर ग्रुप की गाड़ियां मॉस्को की ओर लगातार बढ़ रही हैं। आर्टामोनोव ने आगे भी सोशल मीडिया पर लिखा कि ‘कानून प्रवर्तन एजेंसियां और अधिकारी लोगों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय अठा रहे हैं।’
दरअसल,शनिवार को तड़के रूस की सेना मास्को की ओर बढ़ रही थी,जहां इस दौरान रूसी फौज की तरफ से विद्रोहियों पर बम बरसाए गए थे। बता दे कि इन विद्रोहियों को टास्क दिया गया था कि पुतिन सरकार को हटाना है। यही प्रण लेकर राजधानी मास्को की ओर वैगनर फोर्स बढ़ रही थी। चूंकि,ये विद्रोही रोस्तोव शहर के बाद अब मास्को की ओर बढ़ रहे थे। जहां रास्ते में इन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच यह भी जानकारी सामने आई कि रूसी सेना के हेलिकॉप्टर ने वैगनार के विद्रोहियों पर फायरिंग की है। बता दे कि रोस्तोव से मास्को का रास्ता 1100 किमी का है। इस बीच पुतिन के कार्यालय ने भी कहा है कि राष्ट्रपति अपने कार्यालय क्रेमलिन में ही हैं और विद्रोहियों से निपट रहे हैं।
वहीं,पुतिन ने ‘वैग्नर ग्रुप’ के फैसले की आलोचना करते हुए कहा है कि यह बगावत ऐसे समय में की गई है, जब यूक्रेन के साथ युद्ध में रूस “अपने भविष्य के लिए सबसे कठिन लड़ाई लड़ रहा है।” उन्होंने आरोप लगाया, “पश्चिमी देशों का पूरा सैन्य, आर्थिक और सूचना तंत्र हमारे खिलाफ खड़ा कर दिया गया है।” इससे पहले वैगनर फोर्स के चीफ “प्रीगोझिन” ने दावा किया था कि यूक्रेन से रूस में दाखिल होते समय उनकी निजी सेना को जांच चौकियों पर युवा सैनिकों से किसी भी तरह के प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा। उन्होंने आगे भी कहा कि उनके लड़ाके “बच्चों के खिलाफ नहीं लड़ रहे हैं।” सोशल मीडिया पर जारी वीडियो और ऑडियो पोस्ट में प्रीगोझिन ने कहा, “जो भी हमारे रास्ते में आएगा, हम उसे बर्बाद कर देंगे। हम आगे बढ़ रहे हैं और हम अंतिम छोर तक जाएंगे।’
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने तंज कसते हुए कहा कि रूस की कमजोरी स्वाभाविक है। जितना ज्यादा समय रूस अपनी सेना को यूक्रेन में रखेगा, उतना ज्यादा अव्यवस्था, परेशानी उसके घर में फैलेगी। उन्होंने ट्वीट करके रूस के हालात पर यह टिप्पणी की है। फिलहाल,यूक्रेन में रूसी सेना का आक्रामक अभियान अभी भी जारी है। वहीं, वैगनर के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने कहा है कि पुतिन ने भारी गलती की है और वह सरेंडर करने नहीं जा रहे हैं। इससे पहले पुतिन वैगनर चीफ पर धोखा देने का आरोप लगाया था और कार्रवाई की धमकी दी थी। वैगनर चीफ ने कहा कि धोखे की बात करके राष्ट्रपति ने बहुत गलती की है। हम देशभक्त हैं, हमने लड़ा है और लड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि वैगनर फोर्स के बगावत को देखते हुए रूस की राजधानी मास्को और आर्थिक राजधानी सेंट पीटर्सबर्ग में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। इस बीच वैगनर ने रोस्तोव ऑन डोन के बाद अब वोरोनेझ के सैन्य ठिकाने पर कब्जा करने का दावा किया है। मास्को की सड़कों पर टैंक और भारी तादाद में सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। वोरोनेझ शहर रोस्तोव और मास्को के बीच में पड़ता है। बताया जा रहा है कि वोरोनेझ में तेल ठिकाने को तबाह कर दिया गया है।
फिलहाल,इस दौरान किसी के भी हताहत होने की रिपोर्ट सामने नहीं आई है।
इसी कड़ी में रूसी अधिकारियों ने देश के रक्षा मंत्री को हटाने की कथित रूप से धमकी देने को लेकर निजी सेना ‘वैगनर ग्रुप’ के प्रमुख येवेनी प्रीगोझिन के खिलाफ शुक्रवार को आपराधिक जांच शुरू कर दी। प्रीगोझिन ने रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू पर यूक्रेन में ‘वैगनर ग्रुप’ के आधार शिविर पर रॉकेट हमला करने का आदेश देने का आरोप लगाया था, जहां उनके लड़ाके रूस की तरफ से यूक्रेनी बलों से लड़ रहे हैं। प्रीगोझिन ने कहा कि उनके लड़ाके अब शोइगू को दंडित करने के लिए आगे बढ़ेंगे और रूसी सेना से आग्रह किया कि वह इसका प्रतिरोध न करे। प्रीगोझिन ने कहा, ‘यह सशस्त्र विद्रोह नहीं है, बल्कि न्याय की ओर मार्च है।’
बता दे कि वैगनर सेना के विद्रोह के बाद अब चेचेन विद्रोहियों ने पुतिन का खुलकर साथ देने का ऐलान कर दिया है। चेचेन लड़ाकुओं के नेता कादयरोव ने कहा कि यह एक सैन्य तख्तापलट है। उन्होंने वैगनर समूह से अपील की है कि वे हथियार छोड़ दें। कादयरोव ने अपने सैनिकों को वैगनर के कब्जे वाले इलाके में भेज दिया है। रूस में बगावत की कोशिशों के बीच पूरी दुनिया की नजरें अब रूस पर टिक गई हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां ने कहा है कि वह पूरे हालात पर करीबी नजर रखे हुए हैं। उन्होंने कहा है कि हम यूक्रेन की मदद करते रहेंगे। इसी तरह से पोलैंड के राष्ट्रपति ने भी कहा है कि वे रूस में विद्रोह पर नजर बनाए हुए हैं। पोलैंड रूस का पड़ोसी देश है और यूक्रेन के बड़े मददगारों में पोलैंड है।