एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

सीमा की वापसी की मांग को लेकर पाकिस्तानी डकैतो ने किया बड़ा तांडव, सैकड़ों साल पुराने हिंदू मंदिर को किया ढेर, 3 दर्जन हिंदुओं को भी किया अगवा – विजयशंकर दूबे (एडिटर इन क्राईम)


सांकेतिक तस्वीर।

इस्लामाबाद। पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर की घटना में जहां एक ओर दोनों देश संतुलित दिख रहे हैं तो वही पाकिस्तानी डकैतो ने इसे ईगो इशु बना दिया है। जबसे यह मुद्दा उठा है उसके बाद से ही पाकिस्तानी डकैतो ने पूरा आसमान हीं सर पे उठा लिया है। जहां इस दौरान इन डकैतो की तरफ से आये दिन भारत को धमकी दी जा रही थी,लेकिन अब रिपोर्ट सामने आ रही है कि इन डकैतो ने कराची में रात के घने अंधेरे में हिंदुओं का 150 साल पुराना मंदिर गिरा दिया है। इसके अलावा सिंध प्रांत में एक और मंदिर पर भी रॉकेट लॉन्चर से हमला किया गया है। इतना ही नहीं, सिंध में करीब 30 हिंदुओं को बंधक भी बनाया गया है। बता दे कि सीमा हैदर भी सिंध प्रांत की राजधानी कराची की रहने वाली है। वह सचिन नाम के एक भारतीय युवक के प्यार में पाकिस्तान से अपने चार बच्चों के साथ भारत आई थी। उसने पाकिस्तान से पहले संयुक्त अरब अमीरात और बाद में नेपाल के रास्ते भारत में घुसपैठ की थी। उसके भारत आने के बाद पाकिस्तानी हिंदुओं को कट्टरपंथियों ने अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी।

बताया जा रहा है कि कराची में गिराया गया हिंदू मंदिर करीब 150 साल पुराना है। इस मंदिर के प्रबंधन का काम स्थानीय मद्रासी समुदाय करता था। उन्होंने बताया कि उन्हें लंबे समय से अवैध कब्जा करने वाले लोगों से धमकियां मिल रही थी। उन लोगों ने मंदिर की जमीन को बेचने की भी बात कर रखी थी। खरीदने वाला शख्स मंदिर की जगह पर एक कॉमर्शियल कॉम्प्लेस बनाना चाहता था। कहा जा रहा है कि मंदिर के पुजारी जब सुबह पहुंते तो उन्हें गेट और बाहरी दीवार के अलावा कुछ नहीं मिला। हमलावरों ने मंदिर को पूरी तरह से तबाह कर दिया था।

इस बीच सीमा हैदर के भारत आने के बाद धमकी देने वाले पाकिस्तानी डाकूओं ने एक और हिंदू मंदिर पर रॉकेट दागे हैं। जहां पाकिस्तानी मीडिया समूहों ने रिपोर्ट किया है कि डकैतों के एक गिरोह ने रविवार तड़के सिंध के काशमोर में हिंदू समुदाय के सदस्यों के एक पूजा स्थल पर रॉकेट लॉन्चर से हमला किया। हमलावरों ने गौसपुर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले एक मंदिर और आसपास के हिंदुओं के घरों पर भी हमला किया। उन्होंने अंधाधुंध गोलीबारी कर हिंदू समुदाय में दहशत फैलाने की कोशिश की। मामला इतना बड़ा था कि काश्मोर-कंधकोट के एसएसपी इरफान सैम्मो के नेतृत्व में एक पुलिस टीम को घटनास्थल पर पहुंचना पड़ा।

वहीं,इस तरह की घटनाओं की रिपोर्ट सामने आने के बाद पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने कहा कि वह सिंध के काशमोर और घोटकी जिलों में बिगड़ती कानून व्यवस्था की रिपोर्टों से चिंतित है, जहां महिलाओं और बच्चों सहित हिंदू समुदाय के लगभग 30 सदस्यों को कथित तौर पर बंधक बना लिया गया है। इन लोगों को संगठित आपराधिक गिरोहों ने बंधक बनाया था। आयोग ने सिंध गृह विभाग से बिना किसी देरी के मामले की जांच करने का आह्वान किया। इस दौरान इस घटना पर नई दिल्ली की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

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