भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) से रासायनिक हथियारों के कथित इस्तेमाल की जांच का आव्हान करते हुए आतंकी समूहों के हाथों में पड़ने वाले सामूहिक विनाश के हथियारों के खतरों के प्रति संज्ञान लेने का आग्रह किया है।
साथ ही उसने देशों से मानवीय और विकास सहायता को राजनीति से न जोड़ने का आग्रह भी किया। भारत ने यह बात सीरिया को लेकर संयुक्त सुरक्षा परिषद की बैठक में कही।
आतंकी समूहों के हाथ पड़ने वाले हथियारों के खतरे का संज्ञान ले सुरक्षा परिषद
यूएनएससी में बोलते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी उप प्रतिनिधि आर. रवींद्र ने कहा कि इस क्षेत्र में आतंकवादी समूहों विशेष रूप से आइएस की गतिविधियां बढ़ गई हैं। इसलिए परिषद को आतंकवादी समूहों के हाथों में पड़ने वाले सामूहिक विनाश के हथियारों प्रति संज्ञान लेना चाहिए।
साथ ही उन्होंने कहा कि हम सीरियाई नेतृत्व में बातचीत के माध्यम से यहां के लोगों की वैध आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए सीरिया में संघर्ष के व्यापक और शांतिपूर्ण समाधान का आव्हान करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सभी लंबित मुद्दों के जल्द समाधान के लिए सीरिया और ओपीसीडब्ल्यू तकनीकी सचिवालय के बीच निरंतर सहयोग महत्वपूर्ण है।
भारत ने यूएनएससी में वैश्विक आतंकी संगठनों के द्वारा रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल पर आवाज उठाई -श्रीराम पांडेय (सब एडिटर )
