एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

अमेरिका ने एक मिलीट्री आपरेशन में बगदाद के उपर मंडरा रहे सशस्त्र ड्रोन को मार गिराया – सतीश उपाध्याय (सीनियर एडिटर)

इराकी सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि देश के पश्चिम में अमेरिकी सैनिकों के एक बेस हाउसिंग पर रॉकेट हमले के कुछ घंटे बाद अमेरिकी बलों ने सोमवार रात बगदाद में अपने दूतावास के ऊपर एक सशस्त्र ड्रोन को मार गिराया। इराकी सैन्य बलों ने इसकी पुष्टि की है कि बगदाद में अमेरिकी डिफेंस सिस्टम ने दूतावास के ऊपर मंडरा रहे विस्फोटकों लैस ड्रोन को मार गिराया।
इराक में इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक यहां अमेरिकी प्रतिष्ठानों पर 47 हमले हो चुके हैं, जहां 2,500 अमेरिकी सैनिकों को जिहादी इस्लामिक स्टेट समूह से लड़ने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के हिस्से के रूप में तैनात किया गया है। अमेरिकी हितों पर जो हमले अब तक हुए हैं, उनमें से छह ड्रोन हमले शामिल रहे, जो गठबंधन सेना के लिए चुनौती बने हुए हैं।

चुनौती बने ड्रोन हमले
ड्रोन आसानी से पकड़ में नहीं आते और कई बार एयर डिफेंस सिस्टम से भी बच निकलते हैं। ऐसे में सुरक्षा बलों में इसे लेकर चिंता बनी रहती है। इस साल अप्रैल में भी विस्फोटकों से भरे एक ड्रोन से गठबंधन सेना के इराक मुख्यालय पर हमला किया गया था, जो इराक के कुर्दिश इलाके में है। इसके अगले ही महीने विस्फोटकों से भरे एक ड्रोन से अमेरिकी सैनिकों के ऐन अल-असद एयरबेस पर हमला किया।
बाद में 9 जून को विस्फोटकों से लदे तीन ड्रोन से बगदाद हवाईअड्डे को निशाना बनाया, जहां अमेरिकी सैनिक भी तैनात हैं। एक को इराकी सेना ने मार गिराया था। ड्रोन हमलों को लेकर चिंतित अमेरिका ने हाल ही में इराक स्थित अपने ठिकानों को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमलों के बारे में सूचना देने वालों के लिए 30 डॉलर का इनाम देने की पेशकश भी की है।
गठबंधन सेना की ओर से यह भी कहा गया है कि सोमवार को वेस्टर्न डेजर्ट स्थित इराकी एयरबेस पर तीन रॉकेट्स से हमले किए गए, जहां अमेरिकी सैनिक हैं।
बता दें कि इससे पहले रविवार को पूर्वी सीरिया में अमेरिकी सैनिकों के आवास पर देर रात रॉकेट से हमला हुआ था और उन पर आसपास के इलाकों से रॉकेट दागे गए थे। हालांकि इस रॉकेट हमले में किसी को कोई चोट नहीं आई। सीरिया के पूर्वी प्रांत दीर अल-जौर में अल-उमर मैदान पर दो रॉकेट दागे गए थे। अमेरिका समर्थित और कुर्द नेतृत्व वाली सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज के प्रवक्ता सियामेंद अली ने बताया कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि रॉकेट कहां से दागे गए। फिलहाल इस मामले में अमेरिकी सेना ने कोई जबाव नहीं दिया है।

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