चीनी युध्दपोत (फाईल फोटो)
वॉशिंगटन। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में एक बड़ा खुलासा हुआ है जिसमें बताया गया है कि चीन अब अफ्रीका के अटलांटिक तट पर अपना नया सैन्य अड्डा बनाने जा रहा है। जबकि अफ्रीका के जिबूती में चीन ने पहले से ही एक सैन्य अड्डा बना रखा है,और यहां से वह अदन की खाड़ी और अरब सागर पर नजर रखता है। रिपोर्ट में साफ किया गया है कि चीन मध्य अफ्रीकी देश इक्वेटोरियल गिनी में अटलांटिक महासागर के तट पर अपना नया सैन्य अड्डा बना रहा है।
रिपोर्ट के हवाले से बताया जा रहा है कि चीन अपने इस नये सैन्य बेस के जरिए अमेरिका के पश्चिमी तट के नजदीक अपने युद्धपोतों और पनडुब्बियों को तैनात करने और उनकी मरम्मत करने में सक्षम होगा,जो कि अमेरिका के लिए घातक है।
बताया जा रहा है कि चीन के इस मिशन को फेल करने के लिए अमेरिका के प्रधान उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फिनर ने अक्टूबर में इक्वेटोरियल गिनी का दौरा भी किया था,इस दौरान उन्होंने इक्वेटोरियल गिनी के राष्ट्रपति तेओदोरो ओबियांग न्गुएमा माबासोगो और उनके बेटे उपराष्ट्रपति तेओदोरो “टेओडोरिन” न्गुमा ओबियांग मंगू को मनाने की बहुत कोशिश भी की थी।
इसी कड़ी में बाइडेन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने साफ किया है कि हमने इक्वेटोरियल गिनी को स्पष्ट कर दिया है कि चीनी गतिविधि से जुड़े कुछ संभावित कदम राष्ट्रीय-सुरक्षा चिंताओं को बढ़ाएंगे।
गौरतलब है कि अमेरिका के सैन्य अड्डे पूरी दुनिया में मौजूद है,अमेरिका जानता है कि अगर चीन ने अटलांटिक महासागर में सैन्य अड्डा बना लिया तो इससे अमेरिका के लिए बड़ा खतरा पैदा हो सकता है। हालांकि अमेरिका अभी भी कोशिश जारी रखा हुआ है कि चीन का यह नया सैन्य बेस न बन पाये,फिलहाल अभी तक अमेरिका के लिए सफलता अभी बहुत दूर है।