कीव/मॉस्को/वाशिंग्टन। रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग का आज 21वां दिन है,इस दौरान अब तक रुस के भीषण हवाई हमलों से लगभग तबाह ही हो चुका है यूक्रेन फिर भी यूक्रेन अब भी मैदान ए जंग में पूरी तटस्थता के साथ खड़ा है और दुश्मन को मुंह तोड़ जवाब भी दे रहा है,जिस वजह से रूस भी भारी नुकसान का सामना कर रहा है।
बता दें कि बुधवार की सुबह खबर आई कि यूक्रेन के मारियुपोल शहर में रूसी फौज ने करीब 500 यूक्रेनियन नागरिकों को बंधक बनाया हुआ था जिसकी पुष्टि खुद यूक्रेन के अधिकारियों ने की,बताया जा रहा है इसी शहर से करीब एक साथ 20 हजार यूक्रेनियन नागरिक पलायन भी कर चुके हैं जो कि अब तक के पलायन कड़ी में यह बड़ी संख्या है। बताते चले कि पूरे यूक्रेन से अब तक 30 लाख नागरिकों ने देश छोड़ा है जो कि यह अधिकारिक पुष्टि है।
इसी कड़ी में इंटरनेशनल कोर्ट ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को तत्काल लड़ाई रोकने का निर्देश जारी किया है तो वहीं मीडिया के माध्यम से पुतिन ने कहा कि हमारे पास यूक्रेन के खिलाफ मिलीट्री आॅपरेशन के अलावा कोई विकल्प नहीं था,चूंकि पुतिन ने दोहराया कि जिन इलाकों को हमने मान्यता दी थी वहां से यूक्रेनियन फौज को वापस निकलने के लिए मॉस्को ने निर्देश दिया जहां यूक्रेन को भी बता दिया गया था लेकिन कीव ने मॉस्को के फरमान को अनसुना कर दिया जिस वजह से मॉस्को को यूक्रेन के खिलाफ मिलीट्री आॅपरेशन करना पड़ा,इस दौरान पुतिन ने यह भी कहा कि जिन इलाकों को रुस ने अभी हाल ही में मान्यता दिया है वहाँ यूक्रेन की तरफ से भीषण नरसंहार पिछले कई सालों से जारी है लेकिन पश्चिमी मीडिया ने उसको कभी रिपोर्ट नहीं किया।
तो वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई में अमेरिकी संसद से और अधिक मदद की अपील करते हुए पर्ल हार्बर और 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकवादी हमलों का बुधवार को जिक्र किया,इस दौरान अमेरिकी संसद भवन परिसर में सीधे प्रसारण वाले अपने संबोधन में जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका को रूसी सांसदों पर अवश्य ही प्रतिबंध लगा देना चाहिए और रूस से आयात रोक देना चाहिए,साथ ही,उन्होंने अपने देश में युद्ध से हुई तबाही और विनाश का एक मार्मिक वीडियो भी सांसदों से खचाखच भरे इस सभागार में दिखाया।
इसी कड़ी में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अमेरिकी संसद के सदस्यों को संबोधित करते हुए इस दौरान उन्होंने शपथ ली कि हमारा देश हार नहीं मानेगा।