कीव/मॉस्को। रुस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण लड़ाई के आज 24वें दिन यूक्रेन फौज के काउंटर अटैक में रुसी सेना के पाचवें जनरल की मौत होने से खिसियाई रूसी फौज ने अब इस जंग में अपनी महाविनाशक हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। रूस के रक्षा मंत्रालय के हवाले से एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि रुसी सेना ने सबसे घातक किंझल हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल करके यूक्रेन के मिसाइलों के जखीरे को तबाह कर दिया है। बता दें कि इससे पहले इस जंग में रूस ने अब तक इन घातक मिसाइलों का इस्तेमाल नहीं किया था,लेकिन जब यूक्रेन की सेना द्वारा एक काउंटर अटैक में रूसी फौज के जनरल एंद्रेई मोरदविचेव की मौत हो गई,तब रूस ने इन घातक मिसाइलों द्वारा हमला किया है,दरअसल,जबसे रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई शुरू है,इस जंग में अबतक रूसी सेना के 4 जनरल मारे जा चुके हैं,जहां इसी कड़ी में अब
बताया जा रहा है कि एक अन्य काउंटर अटैक में रूसी सेना के जनरल एंद्रेई की भी मौत हो चुकी है जो कि अब तक मारे जाने वालो में पांचवें शीर्ष रूसी अधिकारी हैं।
वहीं,इसी बीच अमेरिकी ऐजेंसियों द्वारा आशंका जताई जा रही है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन परमाणु धमकी का इस्तेमाल कर रहे हैं और एक नए परमाणु बम पर काम कर रहे हैं जो पश्चिमी देशों के रक्षा कवच को भी भेद सकता है। इससे पुतिन पश्चिमी देशों को भयानक नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसी कड़ी में अमेरिकी ऐजेंसियों द्वारा चेतावनी दी गई है कि अगर यूक्रेन में लगातार रूसी सेना को जोरदार पलटवार का सामना करना पड़ना जारी रहा तो पुतिन परमाणु हमले की तैयारी कर सकते हैं।
गौरतलब है कि अमेरिकी डिफेंस इंटेलिजेंस ऐजेंसी के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल स्कॉट बेरियर के हवाले से बताया जा रहा है कि यूक्रेन की सेना द्वारा जबरदस्त काउंटर अटैक से रूसी फौज को जबरदस्त नुकसान का सामना करना पड़ रहा है,लगातार भीषण काउंटर अटैक से इस समय पुतिन का गुस्सा सातवें आसमान पर है इसका सीधा मतलब है कि अब यूक्रेन की राजधानी कीव पर परमाणु हमले का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि कीव पर रूसी सेना अभी भी लगातार हमले कर रही है लेकिन उसे अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है,जिससे हतास पुतिन पूरी दुनिया के लिए खतरा बन सकते हैं। इस दौरान उन्होंने आगे यह भी कहा कि रूस दावा करता है कि वह पश्चिमी देशों के एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा देने में सक्षम मिसाइलों को बना रहा है। इससे वह पश्चिमी देशों को भारी नुकसान पहुंचा सकता है।
इसी कड़ी में लेफ्टिनेंट जनरल बेरियर ने आगे भी बताया कि इस युद्ध और उसके परिणामस्वरूप रूस की परंपरागत सैन्य क्षमता कमजोर हो रही है,ऐसे में रूस संभवत: अपने परमाणु हथियारों पर भरोसा कर सकता है। इसके जरिए वह पश्चिमी देशों और विदेशी तथा घरेलू जनता को संदेश दे सकता है।
वहीं कुछ अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि रूसी सैनिकों ने मिसाइलों के अपने लगभग पूरे भंडार और कई किस्मों के गोला-बारूद का इस्तेमाल कर लिया है। उक्रेइंस्का प्रावदा,यूक्रेन के सशस्त्र बलों के अनुसार,रूसी हथियार उद्योग में काम करने वाली कई कंपनियों को चौबीसों घंटे मोड में बदल दिया गया है। लगभग सभी मिसाइल गोला-बारूद और कुछ प्रकार के गोला-बारूद की खपत के कारण, सैन्य-राजनीतिक नेतृत्व ने रूसी हथियार उद्योग में काम करने वाली सभी कंपनियों को स्थानांतरित करने का फैसला किया है और ‘कैलिबर’ क्रूज मिसाइलों और गोला-बारूद का उत्पादन ‘टॉरनेडो’ मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम के लिए किया है।
वहीं यूक्रेन के एक जनरल स्टाफ के हवाले से यह भी साफ किया गया है कि रूसी कब्जे वाले बलों ने आंशिक रूप से बस्तियों पर कब्जा करने और यूक्रेन के पूर्व में डोनेट्स्क और पिवडेनोबुज्स्की परिचालन क्षेत्रों में मार्गों पर नियंत्रण स्थापित करने में कामयाबी हासिल की थी।