एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

कराची ब्लास्ट से भढ़का चीन,पाक को दिया कड़ी कार्यवाही का निर्देश, जबकि अभी हाल ही में पाक फौज के कई जांबांज भी BLA के कई “अंबुस आॅपरेशन” के बन चुके हैं शिकार,अब ऐसे में पाक सेना कैसे करेगी BLA का सामना ? – चंद्रकांत मिश्र/हेमंत सिंह


बलूच लिबरेशन आर्मी के सदस्य (सांकेतिक तस्वीर)

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में एक दिन पहले यानि मंगलवार को कराची यूनिवर्सिटी के बाहर जब बलूच लिबरेशन आर्मी के एक “सुसाइड आॅपरेशन” के दौरान तीन चीनी नागरिकों समेत चार लोगों की मौत हो गई। जहां इस हमले के कुछ देर बाद हीं बलोचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इस घटनाक्रम की जिम्मेदारी लेने के साथ-साथ आगे भी चीनी नागरिकों पर हमला करने की धमकी दी,बता दें कि BLA के इस हरकत से चीन एकदम से बिलबिला उठा,बताया जा रहा है कि इस हमले से खिसियाये बीजिंग ने बुधवार को इस घटनाक्रम के कड़ी में कड़े शब्दों में निंदा करने के साथ-साथ चीन के विदेशी मामलों के सहायक मंत्री वू जियांघाओ ने इस मामले में चीन में पाकिस्तान के राजदूत को अर्जेंट फोनकॉल किया और इस मामले में जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इतना ही नहीं बीजिंग से सख्त लहजे में कहा गया कि चीनी नागरिकों का खून बेवजह नहीं बहना चाहिए।

बलूच विदरोहीयों की सांकेतिक तस्वीर।

बताते चले कि यह घटना तब हुई जब मंगलवार को एक वैन में सवार तीन चीनी शिक्षक यूनिवर्सिटी में प्रवेश करने वाले थे। जहां विस्फोट के बाद इस घटना की सीसीटीवी फुटेज देखा गया तो उसमें साफ दिखाई दे रहा है कि एक महिला बुर्का पहने युनिवर्सिटी के गेट पर खड़ी है,इसके बाद वैन जैसे ही अंदर जाने के लिए मुड़ती है वह खुद को बम से उड़ा लेती है। इस घटना में कनफ्यूशियस इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डिंग मूपेंग समेत तीन चीनी अध्यापकों की मौत हो गई। हमले में गाड़ी ड्राइवर की भी जान गई है। तथा साथ में चल रही एस्कार्ट टीम भी विस्फोट के चपेट में आ गई जिस वजह से टीम के जवान भी घायल हो गए,हालांकि टीम के जवान अब खतरें से बाहर बताये जा रहे हैं।

इसी बीच चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि घटना के तुरंत बाद पाकिस्तान में डिप्लोमेटिक मिशन और विदेश मंत्रालय ने इमरजेंसी रिस्पॉन्ड को एक्टिव कर दिया। वहीं चीन के विदेश मामलों के सहायक मंत्री वू जियानघाओ ने तुरंत चीन में पाकिस्तानी राजदूत को फोन किया और उन्होंने मांग की कि पाकिस्तान इस मामले की जांच कराए और हमले के अपराधियों को गिरफ्तार कर कानून के तहत दंडित किया जाए। इसके आगे उन्होंने यह भी मांग की है कि चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय करें,ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो।

इस दौरान चीनी विदेश मंत्रालय के हवाले से यह भी दावा किया गया कि घटना के बाद मंगलवार को पीएम शहबाज शरीफ इस्लामाबाद में स्थित चीनी दूतावास खुद गये थे। जहां आगे यह भी कहा गया कि पीएम शहबाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान की सरकार कभी भी किसी ताकत को चीन-पाक की दोस्ती को कमजोर नहीं करने देगी। उधर,चीन की ओर से कहा गया है कि चीनी नागरिकों का खून व्यर्थ नहीं बहना चाहिए और जो लोग भी इसके पीछे हैं उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी।

गौरतलब है कि चीन जबसे बलूचिस्तान के इलाकों में कई परियोजनाओं को शुरु किया है तभी से बलूच लिबरेशन आर्मी
ने इन चीनी परियोजना से जुड़े चीनी मजदूर और चीनी अधिकारियों के खिलाफ हमले तेज कर दिया है,जहां अब तक कई चीनी अधिकारी व अन्य चीनी नागरिक BLA के विभिन्न हमलो में मारे जा चुके हैं,ध्यान देने योग्य बात यह है कि जब पहले हमले में चीनी नागरिकों की मौत हुआ करती थी तो चीन हमेशा पाकिस्तान की व उसके सुरक्षा ऐजेंसियों की तारीफ किया करता था लेकिन एक दिन पहले कराची ब्लास्ट ने चीन के आत्मविश्वास को हिलाकर रख दिया,यही कारण है कि कल तक पाकिस्तान की तारीफ करने वाला चीन अब भढ़का हुआ है जो कि पाकिस्तान के हित में बिल्कुल भी नहीं है,अब इस्लामाबाद के उपर भारी दबाव है कि वह चीन को संतुष्ट करने के लिए बलूच लिबरेशन आर्मी के खिलाफ कड़ी सैन्य कार्यवाही करें लेकिन अभी हाल ही में पाक फौज के कई जांबांज BLA के कई अंबुस आॅपरेशन में खुदा के प्यारे हो चुके हैं,अब ऐसे में पाक फौज का आत्मविश्वास,साहस कितना साथ देता है ? यह तो आने वाला वक्त हीं बता सकता है।

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