भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (फाईल फोटो)
अंडमान। पिछले कई महिनों से भारी दिवालियापन और भीषण महंगाई की त्रासदी झेल रहे श्रीलंका में सोमवार को हालात एक बार फिर भयावह हो गया,बता दे कि पीएम महिंद्रा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद भी लोगों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा बल्कि गुस्साई भीड़ अब और भी हिंसक हो गई है। जहां इस दौरान उग्र भीड़ ने माउंट लवीनिया इलाके में सोमवार को पूर्व मंत्री जॉनसन फर्नांडो और सांसद सनथ निशांत के घर में आग लगा दी। कर्फ्यू के बावजूद हजारों की संख्या में भीड़ कोलंबो की सड़कों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है।
इस दौरान,उग्र भीड़ ने कुरुनागला के मेयर तुषारा संजीव के घर में भी आग लगा दी है। कहा जा रहा है कि महिंद्रा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद सरकार समर्थक और सरकार विरोधी गुट आपस में भिड़ गए हैं। जहां इस दौरान हुए संघर्ष में एक सांसद समेत तीन लोगों की मौत हो जाने की रिपोर्ट सामने आई है,वहीं 150 से ज्यादा लोगों के घायल होने की भी सूचना हैं।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को ही भारी दवाब के बाद श्रीलंका के पीएम महिंद्रा राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जबकि इससे पहले रविवार को देश में राजनीतिक संकट को लेकर एक अहम बैठक हुई थी जिसमें श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने अपने भाई महिंद्रा राजपक्षे से इस्तीफा देने को कहा था।
दरअसल,श्रीलंका पिछले एक महीने से ज्यादा समय से देश में खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। वहीं सरकार पूरी तरह से दिवालियापन की शिकार हो चुकी है। जहां इस दौरान भीषण त्रासदी झेल रहे सरकार के सभी मंत्री अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। चूंकि,लोग सड़कों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। देश में इमरजेंसी लगाए जाने के बावजूद लोग सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। देश के लगभग सभी मजदूर और व्यापारी संगठनों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए हड़ताल कर रखी है।
वहीं इस बीच भारत ने कई महत्वपूर्ण वस्तुओं का भी समय समय पर सप्लाई जारी रखा हुआ है,जिस वजह से वहां के लोग इस समय भारत को एक बड़े हमदर्द व बड़े भाई की भूमिका में देख रहे हैं।